यस बैंक संकट के बाद से छोटे प्राइवेट सेक्टर बैंक्स से बड़े स्तर पर लोगों ने अपने जमा की निकासी की थी। वहीं, इसके उलट कुछ बड़े प्राइवेट बैंकों की जमा में यस बैंक संकट के बाद से भारी उछाल दर्ज किया गया है। प्राइवेट सेक्टर के बैंक एचडीएफसी बैंक ने कहा है कि मार्च तिमाही में उसका डिपॉजिट 11.46 लाख करोड़ रुपये रहा है। इस तरह इसमें 31 मार्च 2019 की तिमाही के 9.36 लाख करोड़ और दिसंबर 2019 की तिमाही के 10.67 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 24 फीसद का इजाफा हुआ है।
एचडीएफसी बैंक ने बताया है कि उसके पास मार्च तिमाही में 9.93 लाख करोड़ का एडवांस एकत्रित हुआ है। इस तरह इसमें एक साल पहले की समान अवधि के 8.19 लाख करोड़ और दिसंबर 2019 तमाही के 9.36 लाख करोड़ की तुलना में 21 फीसद का इजाफा हुआ है।बैंक के चालू खाता और बचत खाता (CASA) रेश्यो की बात करें, तो यह मार्च तिमाही में 42 फीसद पर रहा है। यह एक साल पहले की समान अवधि में 42.4 फीसद और दिसंबर 2019 तिमाही में 39.5 फीसद रहा था। बैंक ने एक स्टेटमेंट में यह बात कही है।
31 मार्च को समाप्त हुई तिमाही में बैंक ने हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड के साथ होम लोन अरेंजमेंट के अंतर्गत डायरेक्ट असाइनमेंट रूट के जरिए कुल 5,479 करोड़ रुपये का लोन प्राप्त किया है।
दूसरी तरफ तथ्य यह है कि इस समय प्राइवेट बैंकिंग और फाइनेंशियल स्टॉक्स दबाव में हैं। निवेशक कई कारणों से इनकी एसेट क्वालिटीज में गिरावट का अनुमान लगा रहे हैं। निवेशकों की इस चिंता का सबसे बड़ा कारण कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते आर्थिक गतिविधियों में रुकावट आना है। गुरुवार को निफ्टी पर एचडीएफसी बैंक लिमिटेड का शेयर 3.73 फीसद की बढ़त के साथ 922.10 पर बंद हुआ है।