आगरा
मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में आगरा, मथुरा और प्रयागराज में हेलीपोर्ट का संचालन पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल पर करने पर मुहर लगा दी गई। हेलीपाेर्ट से हैलीकाप्टर सर्विस शुरू होने पर आगरा के पर्यटन में चार चांद लगने के साथ नया आकर्षण जुड़ेगा। यहां पर्यटकों को स्मारकों के हवाई दीदार का मौका मिलेगा।
आगरा के पर्यटन उद्यमी यहां पर्यटकों को आकर्षित करने और उन्हें बेहतर अनुभव कराने के लिए नए-नए आकर्षण विकसित करने की मांग करते रहे हैं। आगरा में लखनऊ एक्सप्रेस-वे और इनर रिंग रोड के बीच मदरा में लोक निर्माण विभाग द्वारा 4.95 करोड़ रुपये से हेलीपोर्ट बनाया गया है। करीब पांच एकड़ जमीन में बनाए गए हेलीपोर्ट में अभी कुछ काम शेष हैं। इसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौ जनवरी, 2019 को कोठी मीना बाजार मैदान में हुई रैली में किया था। हेलीपोर्ट से हैलीकाप्टर के माध्यम से पर्यटकों को ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी आदि स्मारकों का हवाई दर्शन कराने की योजना है। इसका इस्तेमाल अन्य पर्यटन शहरों तक आने-जाने के लिए भी हो सकेगा। इससे आगरा के पर्यटन में नया अाकर्षण जुड़ेगा।
हेलीपोर्ट को संचालन लायक बनाने को न्यूनतम काम कराने के लिए पर्यटन विभाग ने पिछले माह शासन को पत्र भेजकर 19 लाख रुपये की मांग की थी। यहां टायलेट में काम कराए जाने हैं।
हेलीपोर्ट के पीपीपी माडल पर संचालन को कैबिनेट ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। शासनादेश होते ही मुख्यालय द्वारा हेलीपोर्ट के संचालन को टेंडर किया जाएगा। उम्मीद है कि हेलीपोर्ट का संचालन शीघ्र शुरू होगा।