दीपावली के त्योहार पर पत्नी के घर न आने और फोन पर अपमानजनक बातें कहने से आहत होकर एक सिपाही ने आत्महत्या कर ली। यह दुखद घटना उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के लोहामंडी क्षेत्र के नगला गंगा राम में शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे की है। मृतक सिपाही अर्जुन सिंह, जो आबकारी विभाग में कार्यरत थे और वर्तमान में सहारनपुर में तैनात थे, ने अपने घर के एक कमरे में फंदा लगाकर जान दे दी।
घटना का विवरण
घटना का पता तब चला जब अर्जुन के बड़े भाई के बच्चों ने अर्जुन का शव कमरे में फंदे से लटका हुआ देखा। बच्चों ने तुरंत अपने परिवार के लोगों को सूचित किया। स्वजनों ने इस घटना की जानकारी लोहामंडी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतारा और आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू की।
पारिवारिक विवाद की पृष्ठभूमि
अर्जुन सिंह की शादी सात साल पहले शाहगंज के बसी का नगला निवासी डाली से हुई थी। शादी के बाद से ही दोनों के बीच वैवाहिक संबंधों में कड़वाहट आने लगी। अर्जुन और उनकी पत्नी के बीच अक्सर झगड़े होते रहते थे, जिसके कारण उनकी पत्नी अधिकतर मायके में ही रहती थी। पांच वर्ष की एक बेटी भी है, लेकिन वैवाहिक विवादों के चलते बच्ची भी अधिकतर अपनी मां के साथ मायके में ही रहती थी।
दीपावली पर विवाद की वजह
दीपावली का त्योहार पारिवारिक एकता और खुशियों का प्रतीक होता है। अर्जुन ने इस उम्मीद से अपनी पत्नी और बेटी को घर आने के लिए कहा था ताकि परिवार एक साथ त्योहार मना सके। लेकिन पत्नी ने ससुराल आने से मना कर दिया। जब अर्जुन ने इस बात पर फोन पर बातचीत की तो उसकी पत्नी ने उसे कथित तौर पर अपमानजनक बातें कही और खरी-खोटी सुनाई। इस घटना ने अर्जुन को अंदर तक झकझोर दिया, और उसने अवसाद में आकर आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठा लिया।
स्वजनों के आरोप
अर्जुन सिंह के भाई सुनील कुमार और अन्य स्वजनों ने पुलिस को दिए बयान में आरोप लगाया है कि अर्जुन की पत्नी और उसका मायका पक्ष लंबे समय से अर्जुन को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। उन्होंने दावा किया कि यह प्रताड़ना इतनी बढ़ गई थी कि अर्जुन ने अपनी जान देने का फैसला कर लिया। स्वजनों का कहना है कि शादी के बाद से ही अर्जुन की पत्नी का व्यवहार बदल गया था, और वह अधिकतर मायके में ही रहती थी, जिससे दोनों के बीच दूरियां और गलतफहमियां बढ़ती गईं।
पुलिस जांच और कानूनी कार्रवाई
लोहामंडी पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने स्वजनों के बयान दर्ज कर लिए हैं और आत्महत्या के कारणों की गहराई से जांच की जा रही है। पुलिस इस मामले में पत्नी और उसके मायका पक्ष पर आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपों की भी जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि परिवार के आरोपों और परिस्थितियों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
समाज के लिए संदेश
यह घटना एक बार फिर से समाज में वैवाहिक जीवन के मुद्दों और परिवार में संवाद की कमी को उजागर करती है। पारिवारिक विवादों को सुलझाने के लिए परस्पर समझ, धैर्य और संवाद की आवश्यकता होती है। ऐसे मामले समाज के लिए एक चेतावनी हैं कि वैवाहिक जीवन में आने वाली समस्याओं को बातचीत और सहनशीलता से सुलझाने का प्रयास करें, ताकि ऐसे दुखद परिणामों से बचा जा सके।