HomeUttar PradeshAgra'वहां के लोग जब जम्मू-कश्मीर को देखते होंगे तो...' PoK की स्थिति...

‘वहां के लोग जब जम्मू-कश्मीर को देखते होंगे तो…’ PoK की स्थिति पर एस जयशंकर ने जताया दुख, कही ये बात

 कोलकाता पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आम जनता सड़कों पर है। महंगाई और बिजली की दरों से परेशान पीओके की जनता ने शहबाज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पीओके के हालात पर भारत भी नजर बनाए हुए है

वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर से लेकर गृह मंत्री अमित शाह कई बार इस बात को दोहरा चुके गुलाम कश्मीर जल्द ही भारत का हिस्सा बनने वाला है।

वहीं, मंगलवार को कोलकाता में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एस जयशंकर ने कहा कि आज, पीओके में हलचल काफी बढ़ गई है। इसका विश्लेषण बहुत जटिल है लेकिन निश्चित रूप से मुझे अपने मन में कोई संदेह नहीं है कि पीओके में रहा रहा कोई भी शख्स जम्मू-कश्मीर में रह रहे लोगों से अपने जीवन की तुलना कर रहा होगा। वे देखते होंगे की जम्मू कश्मीर को लोग प्रगति कर रहे हैं। वे महसूस कर रहे होंगे कि उनके साथ बुरा व्यवहार हो रहा है। उनके साथ भेदभाव हो रहा है। वे कब्जे में जी रहे हैं।

Advertisements
Advertisements

विदेश मंत्री ने आगे कहा कि पीओके हमेशा से भारत का अभिन्न अंग रहा है और रहेगा। जब तक जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 नहीं हटाया गया था, तू तक पीओके को लेकर ज्यादा चर्चा नहीं होती थी। धारा 370 लागू होने तक, पीओके के बारे में ज्यादा चर्चा नहीं हुई थी।

1990 के दशक में पश्चिमी देशों द्वारा हम पर कुछ दबाव डाला गया था। एस जयशंकर ने आगे कहा कि हमारी सरकार ने धारा 370 को खत्म कर दिया। धारा 370 एक अस्थाई प्रावधान है और हमारी सरकार ने इसे खत्म कर दिया। यह एक तरह से अलगाववाद, हिंसा और आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा था।

गुलाम कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से लोग बिजली व राशन की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे हुए है। लोग पाकिस्तान से आजादी की मांग कर रहे है और जमकर प्रदर्शन कर रहे। पाक सेना व रेंजर प्रदर्शनकारियों के ऊपर गोलियों की बौछार कर रही है, जिसमें कई लोगों की मौत हो चुकी है और कई घायल अस्पतालों में घायलों का उपचार भी होने दिया जा रहा है। जो लोग मारे गए है उनका जनाजा भी एक साथ पड़ा जा रहा है जिसमें हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो रही है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments