आगरा
आगरा में न्यू आगरा के अमर विहार स्थित वैभव गार्डन कालोनी में मंगलवार को व्यापारी ने खुदकुशी कर ली। स्वजन को घर के पास ही बने गोदाम में व्यापारी का शव मिला। स्वजन ने बताया कि व्यापारी पर बैंकों का करीब 14 लाख रुपये ऋण था। जिसके चलते वह तनाव में थे।
मूलरूप से न्यू आगरा के नगला तलफी निवासी 52 वर्षीय उदयवीर सिंह करीब सात वर्ष से वैभव गार्डन कालोनी में रह रहे थे। यहां पर उन्होने डेली नीड्स और डेयरी की दुकान खोल रखी थीं। इन दुकानों के ऊपर ही कमरे बना लिए थे। जिसमें पत्नी ममता एवं दो बेटों कुणाल एवं लेविश के साथ रह रहे थे। दोनों बेटियों की करीब तीन वर्ष पहले शादी कर दी थी।
पुत्र कुणाल ने बताया कि माता-पिता रोज सुबह पांच बजे टहलने जाते हैं। इसलिए सुबह करीब साढ़े पांच बजे उसकी आंख खुली तो पिता को कमरे में नहीं पाया। उसे लगा कि पिता टहलने गए होंगे। मां ममता ने पिता के बारे में पूछा कि वह कहां गए हैं तो उन्हें भी यही जवाब दिया। पिता सुबह छह बजे तक दुकान खोल देते थे। मंगलवार की सुबह साढ़े छह बजे तक दुकान नहीं खुली।
उसने दुकान खोलने की चाबी तलाश की तो वह कमरे पर नहीं थी। उसे लगा कि पिता चाबी लेकर दुकान के पास ही बने गोदाम पर गए होंगे। वहां पहुंचा तो गोदाम का गेट अंदर से बंद मिला। उसे किसी तरह खोलकर वह अंदर घुसा तो पिता का शव फर्श पर पड़ा हुआ था। उनके गले में रस्सी बंधी हुई थी। उसका एक हिस्सा वहां लगे कुंदे से बंधा था। आशंका है कि रस्सी बोझ के चलते टूट गई होगी।
स्वजन ने पुलिस को बताया कि व्यापारी ने छह लाख रुपये का ऋण बैंक से लिया था। जबकि नौ लाख रुपये का ऋण उसने बेटियों की शादी से पहले लिया था। दोनों ऋण की किस्त वह जैसे-तैसे चुका रहे थे। पुलिस को गोदाम या मकान से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। थानाध्यक्ष अरविंद कुमार निर्वाल ने बताया कि प्रारंभिक छानबीन में खुदकुशी का कारण कर्ज के चलते व्यापारी का तनाव में होना सामने आया है।