आगरा
महिला चिकित्सक से रंगदारी मांगने वाले कुख्यात सुधीर सिंह की मुश्किल बढ़ती जा रही हैं। रविवार को पुलिस ने साजिश में शामिल कुख्यात के भाई महेश भदौरिया को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। कुख्यात का भी मुकदमे में वारंट बनवाया जाएगा। वहीं महिला चिकित्सक को एसएसपी ने गनर दे दिया। उन्हें आफिस बुलाकर परिवार की सुरक्षा के प्रति आश्वस्त भी किया।
शाहगंज क्षेत्र में रहने वाली महिला चिकित्सक ने शाहगंज थाने में 16 मार्च को मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें उन्होंने ऋषि मार्ग निवासी महेश भदौरिया, पत्नी गौरी, बहन ममता सिंह,मां, साली सुमन, रेनू सिंह और सुधीर भदौरिया को नामजद कराया था। महिला चिकित्सक का आरोप था कि उनसे पांच लाख की रंगदारी मांगी जा रही है। सुधीर सिंह ने फतेहगढ़ जेल से उन्हें कई बार फोन करके धमकी दी। महेश उसका सगा भाई है। महेश ने बेहोश करके उनके साथ अश्लील फोटो ले लिए। उन्हें वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने की कोशिश की। बाद में फोटो वायरल कर दिए। महिला चिकित्सक ने शनिवार को इंटरनेट मीडिया पर अपना वीडियो वायरल किया था। इसमें महिला ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इंसाफ मांगा था। वीडियो में उसने यह भी कहा कि दहशत में उसका परिवार दहशत में पलायन कर राजस्थान में रह रहा है। वहां भी आरोपितों ने उनके पति को ट्रक से कुचलने की कोशिश की। अगर उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो खुदकुशी कर लेंगी।महिला चिकित्सक का वीडियो वायरल होने के बाद मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आ गया। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने महिला चिकित्सक को फोन करके अपने आफिस बुलाया। वे पति के साथ मिलने पहुंची और पूरी घटना की जानकारी दी। एसएसपी ने उन्हें गनर दे दिया। साथ ही आश्वासन दिया कि पुलिस उनके परिवार की सुरक्षा करेगी। वे अपना हास्पिटल खोलें।एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि आरोपित महेश को रविवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।फतेहगढ़ केंद्रीय कारागार के अधिकारियों को मामले की रिपोर्ट भेजी गई है। साथ ही जेल में बैरक की तलाशी लेने को कहा गया है। मुकदमे में नामजद महिलाओं के संबंध में पुलिस साक्ष्य संकलन करेगी। उसके बाद कार्रवाई की जाएगी। सुधीर भदौरिया का इस मुकदमे में वारंट बनवाया जाएगा।
फतेहगढ़ सेंट्रल जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक प्रमोद शुक्ला ने बताया कि सुधीर भदौरिया दो वर्ष से हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद है। आगरा में धमकी दिए जाने की जानकारी होने के बाद बैरक की तलाशी ली गई, लेकिन बैरक में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला।