आगरा

स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 में देश के दस प्रमुख शहरों में आगरा के आने का सपना टूट गया है। सफाई व्यवस्था में बरती गई लापरवाही और जनता से मिले फीडबैक के आधार पर केंद्र सरकार ने शनिवार दोपहर सर्वेक्षण का रिजल्ट घोषित किया जिसमें आगरा देश में 24वे नंबर पर रहा। सर्वेक्षण-2020 में आगरा देश में 16वें नंबर पर रहा था। आगरा की रैंक में 8 अंक की कमी आई है इसकी वजह स्थानीय स्तर पर बरती गई लापरवाही है अफसरों द्वारा डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन ठीक तरीके से नहीं किया गया यहां तक सफाई व्यवस्था को लेकर जो भी शिकायतें आई हैं उनका भी समुचित तरीके से निस्तारण नहीं कराया गया इसी के चलते फीडबैक खराब रहा। वहीं निगम प्रशासन ने सर्वेक्षण-2022 की तैयारियां शुरू कर दी हैं। जनवरी 2022 में केंद्रीय टीम सर्वे के लिए आगरा आ रही है। टीम तीन सप्ताह तक शहर में रहेगी और जनता से फीडबैक लेगी। रोड और गलियों में हो रही सफाई का सत्यापन करेगी।

केंद्र सरकार के आदेश पर वर्ष 2017 में स्वच्छ सर्वेक्षण प्रतियोगिता शुरू हुई थी। पहली बार हुई प्रतियोगिता में नगर निगम आगरा देश में 282वें नंबर पर रहा था। 2019 में आगरा 82वें नंबर पर पहुंच गया लेकिन इस साल सर्वेक्षण के दौरान सफाई व्यवस्था में लापरवाही बरती गई है। ठीक से मानीटरिंग न होने के चलते रोड और गलियों की ठीक से सफाई नहीं हुई। केंद्रीय टीम ने खुद सत्यापन में यही पाया। वहीं फीडबैक को लेकर जिस तरीके से प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए। निगम प्रशासन उसमें भी पिछड़ गया है। शनिवार को घोषित रिजल्ट में लखनऊ देश में 12 नंबर पर और गाजियाबाद 18 नंबर पर रहा जबकि कानपुर का स्थान 21वां और आगरा का 24 वां रहा। नगर निगम के अधिकारियों द्वारा अगर ठीक तरीके से सफाई कराई गई होती तो आगरा की रैंकिंग में सुधार आ सकता था।

स्वच्छता रेंकिंग में वाराणसी नगर निगम तीन पायदान और पिछड़ा। जहां 2020 में 27 वें पायदान पर था तो इस बार 30वें पायदान पर पहुंच गया। यह राष्ट्रीय स्तर पर स्थिति है। प्रदेश में 7वें स्थान पर है।

 

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