बॉर्डर पर चीन की नापाक हरकत के बाद से देश में चीनी उत्पादों का बहिष्कार होना शुरू हो गया है। इस बार मुहिम लोगों तक ही सीमित नहीं रही। बल्कि व्यापारियों ने भी चीन के खिलाफ चल रहे विरोध रूपी हवन में अपनी आहुति दी और चीनी उत्पादों का बहिष्कार किया। करीब 100 करोड़ रुपये के ऑर्डर रद हुए। सबसे ज्यादा मोबाइल, स्टेशनरी, फर्नीचर और इलेक्ट्रिक उत्पादों के ऑर्डर कैंसिल हुए हैं। व्यापारियों का कहना है कि घाटा मंजूर है लेकिन सैनिकों की शहादत का बदला अपने ढंग से जरूर लेंगे।
न बेचेंगे और न मंगाएंगे उत्पाद बरेली इलेक्ट्रिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष रवींद्र यादव ने बताया कि बाजार में दिल्ली से चीन निर्मित झालरें, एलईडी, हीटर, मोटर, टार्च समेत कुछ अन्य उत्पाद आते थे। जिनके कुछ दिन पहले दिए ऑर्डर रोक दिए गए हैं।