अक्षय खन्ना (Akshaye Khanna), आर. माधवन और अर्जुन रामपाल की मल्टीस्टाररफिल्म ‘धुरंधर’ 5 दिसंबर को रिलीज हुई थी।फिल्म के कलाकार, इसकी स्टोरीलाइन और कास्टिंग को लेकर इसकी खूब तारीफ हो रही है। फिल्म में कई इंटेंस सीन भी हैं जो आपके दिल को अंदर से झकझोर कर रख देंगे।
फिल्म में दिखाया गया वो मोमेंट
ऐसा ही एक सीन है मूवी जिसमें 26/11 आतंकी हमलों की भयावह रात को फिर से जीवंत करने की कोशिश की गई है। इसमें आतंवादियों की असली बातचीत सुनाई गई है जिसमें वो मुंबई के होटल से पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से बात कर रहे थे। इस दौरान स्क्रीन को लाल दिखाया गया जोकि काफी डरावना लग रहा है। बैकग्राउंट में इस बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग साथ में चलाई गई है।
अब इस फिल्म को देखने के बाद, 26/11 हमले में जीवित बचीं और लेखिका राजिता बग्गा ने एक्स पर धुरंधर का एक सीन शेयर किया है। उन्होंने बताया कि 26/11 की रात वह अपने पति अजय बग्गा के साथ ताज होटल में थीं और सौभाग्य से वे उस जघन्य आतंकवादी हमले में बच गईं। उन्होंने बताया कि 14 घंटे बाद उन्हें जीवित बचाया गया।
असली रिकॉर्डिंग का चलाया ऑडियो
धुरंधर के उस सीन के बारे में बात करते हुए राजिता ने लिखा, “मेरे लिए #धुरंधर का सबसे दिल दहला देने वाला सीन वह लाल स्क्रीन थी जिस पर 26/11 के आतंकवादियों और उनके हैंडलर्स की असली आवाज रिकॉर्डिंग चलाई गई थी। दूर बैठे हैंडलर्स आतंवादियों को निर्देश दे रहे थे जिसे मूवी में ऐसे ही सुनाया गया है। ये एक क्रूर, अमानवीय और घृणित करने वाली घटना थी जिसने मेरे शरीर में सिहरन पैदा कर दी। उस सीन को दोबारा से देखना। ये देखना की पाकिस्तानी विस्फोट में मारे गए लोगों का जश्न मना रहे थे। अगर यह हमें क्रोध और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति नए सिरे से प्रतिबद्धता से नहीं भरता, तो और क्या भरेगा?”
नई पीढ़ी को समझने में मिलेगी मदद
इस बात को 17 साल बीच गए हैं लेकिन ये सोचकर कि क्या हो सकता था और क्या होने वाला था अभी भी मेरा दिल बैठ जाता है। दिल दहला देने वाला और दर्दनाक हादसे को यू दिखाने के लिए धुरंधर और इसके निर्माताओं, AdityaDharFilmsको बहुत-बहुत बधाई, जिन्होंने सिर्फ उन 2-3 मिनटों में पूरी नई पीढ़ी को यह समझने में मदद की कि 26/11 को वास्तव में क्या हुआ था। RanveerOfficial का वो सीन पूरी पीढ़ी को झकझोर कर रख देगा।
आदित्य धर ने दिया जवाब
राजिता की पोस्ट का जवाब देते हुए निर्देशक आदित्य धर ने कहा, “आपके शब्दों ने हमें याद दिलाया कि यह कहानी क्यों बताई जानी जरूरी थी। वह क्षण क्रूर सच्चाई को दर्शाने के लिए रचा गया था। अगर इससे कोई छाप छूटती है, तो वह यह सुनिश्चित करने के लिए है कि हम याद रखें, एकजुट रहें और ऐसे अंधकार को कभी वापस न आने दें। जीवित रहने के लिए, बोलने के लिए, धन्यवाद।”