आगरा
एमएलसी (लोकल बाडी) चुनाव की प्रक्रिया 15 मार्च से शुरू होनी है। जिले की सभी नौ सीटों पर दोबारा कमल खिला है। इस दौड़ में शामिल नहीं हो पाने वाले भाजपा के कई दिग्गज तो कई नए दावेदार मैदान में मजबूती से अपना दावा पेश कर रहे हैं। इसके लिए लखनऊ तक दौड़ लगाई जा रही है तो संगठन में बैठे अपने आकाओं तक पहुंच बनाई जा रही है। इसी बीच अधिकतर दावेदार लामबंद होकर नेतृत्व से एक बार संगठन के कार्यकर्ता पर ही विश्वास जताने की बात कह रहे हैं। सभी को नाम पर अंतिम मोहर लगने का इंतजार है।
विधानसभा चुनाव के दौरान ही भाजपा में एमएलसी चुनाव के प्रत्याशी की मजबूत दावेदारी हो गई थी। सपा से आए नेताजी टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन चुनाव परिणाम के बाद अब नए सिरे से दावेदारी हो रही है। सपा वाले नेताजी दिल्ली से भी पैरवी करा रहे हैं, तो किसी ने लखनऊ, किसी ने संघ की शरण ले रखी है। दिग्गज मजबूत दावेदारी के साथ अपने आकाओं तक पहुंच बना रहे हैं। पहले तो नेतृत्व ने विधानसभा चुनाव के परिणाम तक टाल दिया था। अब प्रदेश में फिर से कमल खिलने की बधाईयां लेकर अपना दावा करने दिग्गज लखनऊ पहुंच रहे हैं। वहीं दावेदार लामबंदी जमकर कर रहे हैं, लेकिन मुखर होकर सामने नहीं आ रहे हैं। विभिन्न माध्यमों और सीधे नेतृत्व तक संदेश दिया जा रहा है कि पार्टी से जुड़े कार्यकर्ता को ही अवसर दिया जाए।
नौ अप्रैल को होगा मतदान
एमएलसी के लिए 15 से 19 मार्च तक नामांकन होगा। 21 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच तो 23 मार्च को नाम वापसी होगी। नौ अप्रैल को मतदान होगा और 12 अप्रैल को मतगणना होगी।
निर्विरोध चुने गए थे सपा के डा. दिलीप यादव
वर्ष 2010 में एमएलसी लोकल बाडी का चुनाव हुआ था। इसमें बसपा प्रत्याशी डा. स्वदेश कुमार विजेता रहे थे। वहीं वर्ष 2016 में सपा प्रत्याशी डा. दिलीप यादव को निर्विरोध एमएलसी चुना गया था। इस बार भी अभी सपा की ओर से डा. दिलीप यादव के अलावा किसी अन्य दावेदार का नाम प्रमुखता से सामने नहीं आया है।असमंजस में बसपा, कांग्रेस नहीं तैयार
विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद बसपा का एमएलसी चुनाव को लेकर अभी रुख स्पष्ट नहीं है। मुख्य सेक्टर प्रभारी आगरा मंडल विमल वर्मा ने बताया कि नेतृत्व के निर्देश का इंतजार है। कांग्रेस चुनाव में प्रतिभाग को तैयार नहीं है। शहर अध्यक्ष देवेंद्र कुमार चिल्लू ने बताया कि पार्टी एमएलसी लोकल बाडी के लिए प्रत्याशी नहीं उतारेगी।ये देते हैं वोट
संसद सदस्य, विधानसभा सदस्य, विधान परिषद सदस्य, नगर निगम के पार्षद व महापौर, नगर पालिका व नगर पंचायत के अध्यक्ष व सदस्य, जिला, क्षेत्र पंचायत के अध्यक्ष व सदस्य, कैंटोमेंट बोर्ड के सदस्य व ग्राम पंचायत के प्रधान वोटिंग करते हैं। आगरा और फीरोजाबाद में कुल 3900 मतदाता हैं