आगरा
ठंड बढऩे के साथ ताजनगरी का पेठा व पेड़ा ठिठुर गया है। औसतन रोजाना 50 लाख का बिकने वाला पेठा व दो लाख का पेड़ा घटकर क्रमश: 25 लाख व 50 हजार रह गया है। स्वाद बदलने के साथ हर जुबान पर गोंद का लड्डू जरूर चिपक गया है। इसकी बिक्री भी लगातार बढ रही है।
ताजनगरी में पेठा बनाने वाली 359 इकाई है। करीब 12 हजार कारीगर व तीन हजार पेठे की दुकानें हैं, इसके बाद भी ठंड बढने के साथ इसकी डिमांड कम हो रही है। शहर में 50 से अधिक मिठाई के बड़ेे विक्रेताओं के अलावा एक हजार से अधिक ऐसी दुकानें हैं जहां गाजर, बादाम, अमरूद व मूंग की दाल का हलवा, गोंद, अलसी, आटा, बेसन, के लड्डू, सोन हलवा, गुलाबजामुन, मक्खन समोसा, खोवा की गजक, मक्खन बड़ा, रसगुल्ला, जलेबी, इमरती, नारियल बर्फी, खीर, नानखताई, पेड़े, बूंदी, अंजीर बरफी, बादाम व पिस्ता बर्फी, श्रीखंड, मीठी लस्सी, पोरण पोली, चूरमा, खजूर पाक छाया हुआ है। कमला नगर में अजंता स्वीट््स के मालिक हर्ष अग्रवाल ने बताया कि मूंग की दाल व गाजर के हलवे की मांग अधिक होती है। मक्खन का समोसा भी ज्यादा बिकता है। श्री दाऊजी मिष्ठान, कमला नगर के मालिक सुनील गर्ग ने बताया कि उनके यहां 80 तरह के लड्डू, सोन हलवा व केशर गुलाबजामुन, खोवे से बनी गजक, मूंगदाल हलवा सर्वाधिक बिक रहा है। बांके बिहारी मिठाई वाले ऋषि शर्मा का कहना है कि गाजर के हलवे के साथ-साथ अलसी, चना, आटेे का लडडू सर्वाधिक बिक रहा है। अंजीर की बर्फी 12 तरह की हैैं। चाकलेट बर्फी भी ग्राहकों को भा रही है। पेड़ेे की मांग कम है।
होटल व रेस्तरां की प्लेट में शामिल हुई गर्म तासीर वाली डिश
प्रत्येक होटल व रेस्तरां की प्लेट में गर्म तासीर वाली डिश शामिल हो गई हैं। सरसोंं का साग हो मक्का की रोटी या फिर गाजर का हलवा ये सब होटल व रेस्तरां में आसानी से मिल रहा है। कमला नगर स्थित होटल पार्कलेन के निदेशक अमित अग्रवाल ने बताया कि इस बार शादी की प्लेट में भी सरसों का साग मक्का और बाजरे की रोटी के साथ-साथ गाजर और बाजरे के हलवे को शामिल करने की मांग है। होटल के मैन्यू में आलू-मैथी की सब्जी, बथुए की पूड़ी और पराठा, रायता भी खूब पसंद किया जा रहा है। लोग फास्ट फूड और विदेशी डिश की जगह अब पारंपरिक भारतीय व्यंजन की डिमांड कर रहे हैं। होटल क्रिस्टल सरोवर प्रीमियर के महाप्रबंधक विवेक महाजन का कहना है कि मौसम बदलते ही रेस्तरां के मैन्यू में भी बदलाव किए गए हैं। इसमें पालक, गाजर और टमाटर का सूप, गाजर और ड्राइफ्रूट््स का हलवा शामिल किया गया है। आइटीसी मुगल की ज्योति ने बताया कि ठंड के दिनों में पंजाबी व्यंजन छाए रहते हैैं। यहां तक कि अमेरिका और ब्रिटेन से आने वाले विदेशी सैलानी भी नाश्ते में सरसों का साग मांगते हैं।