आगरा
ताजमहल पर शनिवार को 164 दिन के लंबे अंतराल के बाद टिकट विंडो खोल दी गईं। पूर्वी व पश्चिमी गेट पर एक-एक टिकट विंडो खोली गई है। अन्य स्मारकों पर एक दिसंबर से टिकट विंडो खोले जाने की तैयारी है। इससे इंटरनेट बैंकिंग, आनलाइन पैमेंट से अनभिज्ञ लोगों को आसानी होगी। उन्हें ताजमहल के दीदार में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था।
कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर में देशभर के स्मारक 16 अप्रैल से 15 जून तक बंद रहे थे। दाे माह की बंदी के बाद स्मारक 16 जून को खोले गए थे। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने स्मारक तो खोल दिए थे, लेकिन टिकट विंडो बंद रखी थीं। स्मारकों के दीदार को पर्यटकों के लिए केवल आनलाइन टिकट बुकिंग की व्यवस्था की गई थी। ताजमहल पर मोबाइल नेटवर्क की समस्या के चलते दूरदराज से आने वाले पर्यटकों को टिकट बुकिंग कराने में परेशानी आ रही थी। पर्यटकों की मजबूरी का फायदा लपके उठा रहे थे और टिकट बुक कराकर देने के एवज में अतिरिक्त चार्ज वसूल रहे थे। वहीं, देहाती परिवेश से आने वाले पर्यटक इंटरनेट बैंकिंग, आनलाइन पैमेंट की सुविधा व जानकारी न होने से टिकट बुक कराने को परेशान होते थे। उनकी परेशानी को देखते हुए शनिवार से ताजमहल पूर्वी प पश्चिमी गेट पर एक-एक टिकट विंडो खोल दी गईं।
अधीक्षण पुरातत्वविद् राजकुमार पटेल ने बताया कि पर्यटकों को आ रही दिक्कतों को देखते हुए ताजमहल पर टिकट विंडो खोली गई हैं। एक दिसंबर से अन्य स्मारकों पर भी टिकट विंडो खोल दी जाएंगी।
शिल्पग्राम में लगवाईं क्यूआर कोड की स्कैंडी
एएसआइ ने शुरुआत में ताजमहल के पूर्वी व पश्चिमी गेट पर ही क्यूआर कोड स्कैन कर टिकट बुक कराने को स्कैंडी लगवाई थीं। अब पूर्वी व पश्चिमी गेट स्थित टिकट विंडो के साथ ही शिल्पग्राम में भी स्कैंडी लगा दी गई हैं। इससे पर्यटकों को राहत मिलेगी।