आगरा
कोराना की रोकथाम के साथ डर और दहशत को कम करने के लिए 10 महीने में 10 लाख लोगों ने वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली। इनका टीकाकरण पूर्ण हो गया है। वहीं, इसी साल 16 जनवरी से अभी तक 33.57 लाख डोज लगाई जा चुकी हैं।
16 जनवरी से 18 से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। पहले स्वास्थ्य कर्मियों, इसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर और 60 से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई गई। अब 18 से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एसके वर्मन ने बताया कि वैक्सीन की 33.57 लाख डोज लगाई जा चुकी हैं। इसमें से 23.52 लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज लगवाई है जबकि 10.57 लोग वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके हैं। इस तरह 10.57 लाख लोगों का टीकाकरण पूरा हो चुका है। जिले में 18 से अधिक उम्र के 32.84 लोग हैं, इन सभी को वैक्सीन की दोनों डोज लगाई जानी है।
84 दिन बाद लग रही कोविशील्ड की दूसरी डोज
कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने वालों की संख्या कम है। इसके पीछे कोविशील्ड की दूसरी डोज पहली डोज लगने के 84 दिन बाद लगना बड़ा कारण है। ऐसे में पहली डोज लगवा चुके लोग दूसरी डोज कब लगनी है इसे लेकर भ्रमित हैं। केंद्र पर 84 दिन से पहले वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने पहुंच रहे हैं उन्हें लौटाया जा रहा है। जबकि कोवैक्सीन की दूसरी डोज पहली डोज लगने के 28 दिन बाद लगाई जा रही है। कोवैक्सीन की दोनों डोज लगवाने वालों की संख्या अधिक है।
शहर और देहात में दूसरी डोज लगाने के लिए कैंप
सीएमओ डा. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि आशाओं से सर्वे कराया जा रहा है। इससे वैक्सीन न लगाने वाले और जिन लोगों ने केवल पहली डोज लगवाई है वे चिन्हित हो जाएंगे। किसी गांव और कॉलोनी में वैक्सीन की दूसरी डोज न लगवाने वालों की संख्या अधिक है वहां कैंप लगाकर वैक्सीन लगाई जाएगी। वहीं, जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है उनके घर टीम भेजकर भी वैक्सीन लगवाई जाएगी।