अगर आपसे पूछा जाए कि जीवन जीने के लिए सबसे अधिक आवश्यक क्या है? तो सबसे पहले दिमाग में आता है पानी और ऑक्सीजन।
क्या आपको जरा सा भी ओजोन परत का नाम याद आया था? वह तो शायद मन के किसी कोने में भी दूर-दूर तक नहीं था और यही कारण है कि आज यानी 16 सितंबर को विश्व ओजोन दिवस मनाया जाता है।
लोगों को ओजोन के प्रति जागरूक करने के लिए 1995 से 16 सितंबर को प्रतिवर्ष ‘विश्व ओजोन दिवस’ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में सभी देशों में मनाया जाता है
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने 19 दिसंबर 1994 को इस दिवस की घोषणा की थी।
ओजोन एक हल्की नीले रंग की गैस होती है जो ऑक्सीजन के 3 परमाणु से बनी हुई होती है
ओजोन परत सामान्यतः धरातल से 10 से 50 किलोमीटर की ऊंचाई के बीच पाई जाती है। यह सूर्य से निकलने वाली पराबैंगनी किरणों के लिए फ़िल्टर की तरह काम करती है और सूर्य से निकलने वाली UV Rays अत्याधिक नुकसानदायक होरी हैं, और मोतियाबिंद अंधापन स्किन कैंसर जैसी अनेक बीमारियों को उत्पन्न करते हैं। इतना ही नहीं यूवी रेज का प्रभाव फसलों, सूक्ष्म जीवाणुओं व अन्य प्राणियों पर भी पड़ता है।
ओजोन परत को बचाने की कवायद का ही परिणाम है कि आज बाजार में ओजोन फ्रेंडली फ्रिज, कूलर आदि आ गए हैं. इस परत को बचाने के लिए जरूरी है कि फोम के गद्दों का इस्तेमाल न किया जाए. प्लास्टिक का इस्तेमाल कम से कम हो. रूम फ्रेशनर्स व केमिकल परफ्यूम का उपयोग न किया जाए और ओजोन फ्रेंडली रेफ्रीजरेटर, एयर कंडीशन का ही इस्तेमाल किया जाए. इसके अलावा अपने घर की बनावट ओजोन फ्रेंडली तरीके से किया जाए, जिसमें रोशनी, हवा व ऊर्जा के लिए प्राकृतिक स्त्रोतों का प्रयोग हो.
यह धरती हमें एक विरासत के तौर पर मिली है जिसे हमें आने वाली पीढ़ी को भी देना है. हमें ऐसे रास्ते अपनाने चाहिए जिनसे ना सिर्फ हमारा फायदा हो बल्कि उससे हमारी आने वाली पीढ़ी भी इस बेहद खूबसूरत धरती का आनंद ले सके.