अगर धनगर समाज के इन प्रतिनिधियो की मानी जाए अनुसूचित जाति में आने पर भी जाति शर्टिफिकेट नही बन पाते है लेखपाल बिना कुछ पूछे धनगर समाज के सर्टिफिकेट को खारिज कर देता है जबकि एक विधायक खुद इसी समाज के जाति प्रमाण पत्र के साथ जीतकर विधायक बने है वही आगरा सांसद भी इस प्रमाण पत्र से ही चुनाव लड़े है इसी बात की आपत्ति आज समाज के लोगो ने जताते हुए डीएम साहब को ज्ञापन दिया है कि जिले में उनके सर्टिफिकेट भी जारी किए जाए