फिल्म इंडस्ट्री और मीडिया क्षेत्र का प्रतिष्ठित संस्थान मारवाह स्टूडियो में इंटरनेशनल फिल्म एंड टेलिविजन क्लब द्वारा 13 वें “ग्लोबल फिल्म फेस्टिवल” का शानदार उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से किया गया।
नॉएडा के सेक्टर- 16 में स्थित मारवाह स्टूडियो में 26 से 28 नवंबर 2020 तक चलने वाले इस तीन दिवसीय 13 वें ‘ग्लोबल फिल्म फेस्टिवल’ में कई नामचीन हस्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
जब पूरी दुनिया वैश्विक महामारी से जूझ रही है तब इंटरनेशनल चेंबर ऑफ मीडिया एंड एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री एवं मारवाह स्टूडियो के संस्थापक संदीप मारवाह जी ने 13 वें ग्लोबल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन कर लोगों को यह बता दिया कि हौसलों से बड़ी कोई महामारी नहीं हो सकती।
सिनेमा समाज का दर्पण है और उसे चरितार्थ करने के लिए इसका थीम भी ‘सिनेमा इन जेनरेटिंग लव, पीस एंड यूनिटी’ रखा गया।
इस फिल्म फेस्टिवल में ICMEI के प्रेसिडेंट संदीप मारवाह असेन इसेव एंबेसडर ऑफ किर्गिस्तान, सर्गी फंदीव डायरेक्टर रशियन सेंटर फॉर साइंस एंड कल्चर, के एल गंजू कौंसल जनरल ऑफ कॉमरोस, फिल्ममेकर माइक बेरी, फ़िल्म मेकर राजेश बजाज, इंटरनेशनल चिल्ड्रेन फिल्म फोरम की डायरेक्टर माधवी अडवानी, फिल्ममेकर लवली थदानी, फिल्ममेकर उदय शंकर पानी, अशोक त्यागी जी सहित कई दिग्गज हस्तियां शामिल हुई।
इस फिल्म फेस्टिवल में सिनेमा के माध्यम से समाज में शांति, सौहार्द और एकता को बनाए रखने के महत्व पर विशेष रूप से चर्चा की गई जिसमें सभी प्रतिष्ठित गणमान्य अतिथियों ने अपने विचार व्यक्त किए।
ICMEI (एक्मे) के प्रेसिडेंट संदीप मारवाह ने कहा कि भारतीय सिनेमा बहुत ही फैशनेबल और आकर्षक होता है जो पूरी दुनिया में पसंद किया जाता है भारत में लगभग 2000 फिल्में प्रतिवर्ष बनती हैं और पूरी दुनिया में देखी जाती है। यह हमारे लिए बड़े ही गर्व की बात है परंतु इसके साथ हमारे सामने कई चुनौतियां भी है, फिल्मों की गुणवत्ता बनी रहे इसके लिए भी हमें निरंतर प्रयास करना होगा।
संदीप मारवाह जी ने कहा कि कोरॉना काल में इस फेस्टिवल का आयोजन मेरे लिए बड़ा ही चुनौतीपूर्ण कार्य था परंतु आप सब के सहयोग और साथ से यह बड़े ही सुव्यवस्थित और उत्साह पूर्वक संपन्न हुआ, आप सभी का हृदय से आभार।
महात्मा गांधी के आदर्शों पर चलते हुए मारवाह स्टूडियो ने उनके विचारों को पूरी दुनिया में फैलाने के लिए महात्मा गांधी फोरम द्वारा एक पोस्टर भी लॉन्च किया।
इस कार्यक्रम के डायरेक्टर अशोक त्यागी जी एवं AAFT की डायरेक्टर अलवीना अब्बास ने कार्यक्रम को सफल बनाने में बहुत योगदान दिया कार्यक्रम में शामिल हुए सभी लोगों ने एक सुर में कहां की सिनेमा का समाज के निर्माण पर बहुत गहरा असर पड़ता है इसलिए सिनेमा में सकारात्मक संदेश होना आवश्यक है जिससे व्यक्तित्व के विकास व सशक्त के समाज निर्माण में सहायता मिलती है। एशियन एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलिविजन यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले बच्चे भारत सहित पूरी दुनिया की फिल्म एवं मीडिया जगत में काम कर भारत का नाम रोशन कर रहे।