कोरोना वायरस (Corona Epidemic) संक्रमण काल में योगी सरकार (Yogi Government) ने कोर्ट के आदेश पर कैदियों को पैरोल पर छोड़ा था. 21 नवंबर से 23 नवंबर के बीच में जेल में आमद कराने की समयावधि पूरी होने के बावजूद आगरा जिला जेल से 88 बंदी अभी वापस नहीं लौटे है. जिससे जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. क्योंकि ज्यादातर बंदी अपराधी हैं. फिलहाल पुलिस ने लापता हुए 88 बंदियों की तलाश में कई टीमें बना दी है जो जगह-जगह दबिश देकर उनकी तलाश में जुटी हुई हैं. पैरोल पर रिहा कैदियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया है.
बता दें कि आगरा जिला जेल से 114 बंदियों को पेरोल पर रिहा किया गया था. इन सभी को अप्रैल में दो बार में रिहा किया गया. इन बंदियों के पेरोल की अवधि 13 और 21 नवंबर को खत्म हो चुकी है। मगर, पेरोल पर रिहा हुए 88 बंदी अभी तक नहीं लौटे हैं. इससे जेल प्रशासन परेशान है. वह इन बंदियों के जेल में हाजिर होने का इंतजार कर रहा है.
इसके साथ ही जेल प्रशासन ने आगरा, फीरोजाबाद, मथुरा समेत 15 जिलों के पुलिस अधिकारियों को हाजिर नहीं होने वाले बंदियों की सूची भेजी है. इससे कि पुलिस इन बंदियों के घरों पर जाकर दस्तक दे सके. यदि कोई बंदी फरार है तो उसके खिलाफ कार्रवाई कर सके. आगरा के एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि बंदियों की सूची जेल प्रशासन से मांगी है. संबंधित थानों की पुलिस को बंदियों के घर भेजा जाएगा. उन्हें जेल में हाजिर कराया जाएगा.