रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साइबेरिया में आपातकाल लगाने की घोषणा कर दी है। उन्होंने यह फैसला एक ऊर्जा संयंत्र भंडारण केन्द्र से लगभग 20 हजार टन डीजल बहने के बाद लिया है। यह घटना नॉरिल्स्क शहर के बाहरी इलाके में स्थित ऊर्जा संयंत्र में हुई, जो मॉस्को से 2,900 किलोमीटर दूर है।
आंबरनया नदी में ईंधन के मिलने से रोकने के लिए अवरोधक लगाए गए हैं। समाचार एजेंसी एपी के अनुसार इस नदी से एक झील निकलती है, जो आगे चलकर एक अन्य नदी से मिल जाती है, जो पर्यावरणीय रूप से संवेदनशील आर्कटिक महासागर की ओर जाती है।
मछलियों और अन्य संसाधनों को नुकसान होगा
समाचार एजेंसी एपी के अनुसार पुतिन ने बुधवार को अधिकारियों को इस बहाव से होने वाली क्षति को कम से कम पैमाने पर रोकने का आदेश दिया। वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फंड-रूस के संचालक एलेक्सी निजिनिकोव के अनुसार मछलियों और अन्य संसाधनों को नुकसान होगा। इससे 13 मिलियन डॉलर का कम से कम नुकसान होगा।