ताजनगरी ने यूं तो पहले भी वायरस के हमले झेले हैं। इस शहर ने स्वाइन फ्लू का भी कहर देखा है। लेकिन ऐसी जनहानि कभी नहीं हुई। करीब ढाई महीने के कोरोना संक्रमण काल में आगरा में मृतक संख्या 45 हो चुकी है। Corona Virus से मिली चुनौतियां अभी खत्म नहीं हुई हैं। देश-दुनिया में नामचीन न्यूरो सर्जन तक इसकी गिरफ्त में हैं। जरा सोचिए, जब वे चिकित्सक अपना मानवता का धर्म निभाते हुए गंभीर रोगियों का इलाज कर रहे थे तो काेरोना से बचाव के पूरे एहतियात भी बरत रहे थे। शहर का आम नागरिक अपने बचाव के प्रति कितना सजग है, यह भी एक परीक्षा ही है। मंगलवार को ताजनगरी में बाजारों के खुलने की शुरुआत हुई, सड़कों पर ट्रैफिक बढ़ा और शोरूम्स में रौनक। न अभी कोरोना विदा हुआ है और न ही कोरोना से बचाव को वैक्सीन बनी है। लोगों को काम पर लौटना ही है, मंत्र बस यही है भीड़ में खुद बस बचकर चलिए। आंकड़ों की बात करें तो बुधवार रात आई रिपोर्ट के अनुसार कोरोना संक्रमण के आठ नये मामलेे सामने आए थे। अब कुल संक्रमितों की संख्या 924 हो चुकी है। वहीं एक और मौत रिपोर्ट होने से मृतक संख्या 45 हो चुकी है और 799 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। अब तक 13,976 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं। यह राहत की बात है कि शहर में ठीक होने वालों का फीसद 87.26 फीसद है। वर्तमान में शहर में 73 एक्टिव केस हैं।