हिमाचल प्रदेश और गुजरात में चुनावी युद्ध के अलावा कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में ट्विटर वॉर भी छिड़ गया है। ‘भारत जोड़ो’ यात्रा में जुटे वायनाड सांसद राहुल गांधी के तार राम से जोड़ने से शुरू हुई बात रावण तक आ गई और दोनों दलों के नेता और प्रवक्ता बयानबाजी में जुट गए। मामले को विस्तार से समझते हैं।
राजस्थान के मंत्री परसादी लाल मीणा के बयान से यह जंग शुरू हुई। उन्होंने राहुल की पदयात्रा को भगवान राम की अयोध्या से श्रीलंका तक की यात्रा से भी बड़ा बता दिया। उन्होंने कहा, ‘भगवान राम ने अयोध्या से श्रीलंका तक पदयात्रा की थी, लेकिन राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक… इससे ज्यादा पदयात्रा कर रहे हैं।’
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इसके बाद महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले ने भी मीणा के बयान का समर्थन किया और भगवान राम और राहुल के नाम को लेकर संयोग बता दिया। उन्होंने कहा, ‘भगवान भगवान हैं और हम इंसान हैं। राहुल गांधी केवल मानवता के लिए काम कर रहे हैं। मुझे लगता है कि राहुल जी की पदयात्रा तिरंगा और इंसानियत को बचा लेगी।’ उन्होंने कहा, ‘भगवान राम और शंकराचार्य ने पदयात्रा की थी। राहुल जी भी पैदल यात्रा कर रहे हैं और बड़ी संख्या में लोग जुड़ रहे हैं। कोई तुलना नहीं हैं, लेकिन दोनों के नाम की शुरुआत एक ही है। हम ऐसी तुलना नहीं करते। भाजपा के नेता करते हैं।’
अब ताजा विवाद समझें
इस पूरी बयानबाजी में भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया की भी एंट्री हुई। उन्होंने कहा, ‘र से राहुल और र से राम’ बोलने वाले को समझना चाहिए ‘र से रावण’ भी होता है।’ इसे लेकर कांग्रेस नेताओं ने भी ट्वीट शुरू कर दिए। राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने लिखा, ‘प्रिय गौरव जी ‘ग’ से गधा भी होता है।’ वहीं, रागिनी नायक ने ट्वीट किया, ‘जाकी रही भावना जैसी ‘रावणराज’ चलाने वाली विचारधारा के अंधभक्तों को तो ‘राम’ में भी ‘मरा’ ही दिखाई देगा।’