कांग्रेस चुनाव की तैयारियों में जुटे केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर अब सफाई देते नजर आ रहे हैं। उन्होंने साफ किया है कि उनके समर्थक बागी नहीं हैं और न ही गांधी परिवार के खिलाफ हैं। पार्टी के शीर्ष पद के चुनाव के लिए एक ही दिन का समय बाकी है। उनके सामने पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन भी प्रमुख पद के लिए दावा पेश कर रहे हैं।
शनिवार को गुवाहाटी पहुंचे थरूर ने कहा, ‘जो लोग मुझे समर्थन दे रहे थे वे बागी नहीं थे या गांधी पारिवार के खिलाफ नहीं थे… यह बात गलत है। गांधी परिवार हमेशा कांग्रेस के साथ रहा है। हम भी कांग्रेस के साथ हैं। हम इस भावना के साथ चुनाव लड़ रहे हैं कि इन चुनावों कोई भी जीते, जीत कांग्रेस की होगी।’ इस दौरान उन्होंने खड़गे को लेकर भी प्रतिक्रिया दी।
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उन्होंने कहा, ‘खड़गे सर भी मेरे नेता हैं। हम दुश्मन नहीं हैं। मैं प्रक्रिया में बदलाव का उम्मीदवा हूं।’ हाल ही में थरूर ने मेनिफेस्टो जारी किया था, जिसमें उन्होंने युवाओं को प्राथमिकता देने की बात कही थी।
बताई प्लानिंग
थरूर ने 2024 चुनाव और कांग्रेस के नए अध्यक्ष की भूमिका पर भी बात की। उन्होंने कहा, ‘नए अध्यक्ष के जरूरी कामों में से एक 2024 के लिए अन्य दल के पास जाना है। हमारी परीक्षा होगी कि क्या हम नया राष्ट्रीय गठबंधन तैयार कर सकते हैं। मतदाताओं की सूची में 9 हजार से ज्यादा कांग्रेसी हैं और हजारों इसे तय करेंगे और समय आ या है जब कांग्रेस को नया अध्यक्ष मिलने जा रहा है। युवा देश के हर क्षेत्र में बढ़ रहे हैं, इसलिए मुझे लता है कि कांग्रेस को युवा भारत की पार्टी होना चाहिए। हम युवा लोगों की तरफ से पार्टी को दोबारा तैयार करना है।’
दल-बदलुओं पर क्या बोले?
खास बात है कि कांग्रेस के कई बड़े नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। साथ ही बड़ी संख्या में नेताओं ने भाजपा का हाथ थामा है। इसका ताजा उदाहरण हरियाणा के आदमपुर सीट से कुलदीप बिश्नोई का भाजपा में आना है। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जा रहे नेताओं को लेकर थरूर ने कहा, ‘भाजपा के लिए पार्टी नेताओं को खोने पर मुझे दुख होता है। अगर मैं अध्यक्ष बना तो यह जरूरी मुद्दा होगा, जिसे मैं संभालूंगा। चुने जाने प हम वर्किंग कमेटी में चुनाव कराएंगे। हम पार्टी में संसदीय बोर्ड को भी लाना चाहते है।’
दिग्गज खड़गे के साथ
तिरुवनंतपुरम सांसद इस बात को मान रहे हैं कि बड़े नेता खड़गे का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि युवा नेताओं की तरफ से उन्हें काफी समर्थन मिल रहा है। खास बात है कि थरूर समर्थन के लिए मु्श्किलों का सामना करते नजर आ रहे हैं।
हाल ही में उठाए थे सवाल
थरूर ने पक्षपात की बात कही थी। उन्होंने पार्टी के बड़े नेताओं और कुछ प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्षों की तरफ से हो रहे व्यवहार पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था, ‘कई पीसीसी में पीसीसी प्रमुख समेत कई नेता खड़गे साहब का स्वागत कर रहे थे और मिल रहे थे। लेकिन ऐसा मेरे साथ नहीं हो रहा था। मैं पीसीसी गया, लेकिन चीफ उपलब्ध नहीं थे। शिकायत नहीं कर रहा हूं, लेकिन क्या आपको बर्ताव में फर्क नहीं लग रहा है।’