नगर निगम, जलकल समेत अन्य विभागों के हेल्पलाइन नंबर पर कुछ ही शिकायतें मिल रही हैं, जबकि हकीकत ये है कि शिकायतें खूब हैं, फिर भी लोग टोल फ्री नंबर, सहायता लेने में हिचक रहे हैं।
आगरा में हेल्पलाइन नंबर से सहायता लेने में लोग हिचक रहे हैं। यह टोल फ्री है फिर भी नगर निगम, जलकल समेत सरकारी विभागों के हेल्पलाइन नंबर पर गिनीचुनी ही समस्याएं पहुंची हैं। नगर विकास विभाग ने दस दिन पहले पूरे प्रदेश में नगर निगम की समस्याओं को दर्ज करने के लिए टोल फ्री नंबर 1533 जारी किया। दस दिनों में केवल 18 शिकायतें ही दर्ज हुईं। ज्यादातर शिकायतें सफाई की हैं, जबकि अकेले मेयर को बोलो कार्यक्रम में फोन पर 30 से 40 शिकायतें मेयर के पास पहुंच रही थीं।
नगर निगम के कंट्रोल रूम, स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम में भी शिकायतों की संख्या बेहद कम है। औसतन दो शिकायतें ही सफाई, स्ट्रीट लाइट, सड़क, नाली, खड़ंजा और टैक्स से जुड़ी हैं।
शहर में पानी की पाइपलाइन लीकेज की हर दिन 12 से 18 शिकायतें दूर की जाती हैं। आगरा स्मार्ट सिटी द्वारा बनाए गए सर्वम सेतु मोबाइल एप पर डेढ़ साल में केवल 258 शिकायतें ही दर्ज हैं। सर्वम सेतु को लीकेज लाइनों, गंदे पानी की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई और निगरानी के लिए लॉन्च किया गया था, 550 दिनों में केवल 258 शिकायतें ही आईं। हकीकत में पानी और लीकेज की समस्या के लिए पार्षदों और इंजीनियरों के पास 40 से ज्यादा शिकायतें पहुंचती हैं, एप पर आंकड़ा बेहद कम है।
टोल फ्री नंबर पर दर्ज कराएं
नगर आयुक्त निखिल टी फुंडे ने बताया कि निगम का टोल फ्री नंबर 1533 पहले दो दिन तकनीकी कारणों से काम नहीं कर पाया था। अब चालू है। शिकायतों की संख्या कम है, लोग इस पर शिकायत दर्ज कराएं। फॉलोअप भी हम करा रहे हैं