आगरा
धरती की प्यास मिटाने और जलसंकट को दूर करने के लिए दशकों से यमुना नदी पर बैराज की आस है, लेकिन सब कुछ कागजों में दौड़ रहा था। अब नेशनल एंनवायरमेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (नीरी) का अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) के बाद फिर से उम्मीद जगी है। अभी चार एनओसी और बाकी हैं, लेकिन इसके बाद जो रबर डैम स्वरूप लेगा वो भी कुछ अलग होगा। साउथ कोरिया की विशेष रबर और तकनीक से इसका निर्माण किया जाएगा।