आगरा
पेट्रोल और डीजल मूल्यों में चार दिन में तीसरी बार वृद्धि हुई है। इससे ट्रांसपोर्ट कारोबारियों में आक्रोश है तो विभिन्न वर्ग से जुड़े व्यापारी भी मुश्किल में है। सबसे ज्यादा परेशान हैं, जो खेत से आलू को शीतगृह और मंडी तक पहुंचा रहे हैं। ट्रैक्टर चालकों ने भाड़े में दो से पांच रुपये प्रति किलोमीटर का इजाफा कर दिया है।
पेट्रोल के दामों में वृद्धि दोपहिया से लेकर चार पहिया वाहन चालकों के गंतव्य में पहुंचने को महंगा कर रही है, तो डीजल मूल्य वृद्धि बाजार पर असर डाल रहा है। ट्रांसपोर्ट कारोबारी, थोक व्यापारियों को भाड़ा मूल्य वृद्धि का संकेत दे रहे हैं, तो व्यापारी इसका असर सीधे आम आदमी की जेब पर बता रहे हैं। थोक किराना, दवा बाजार सभी व्यापारियों ने एक से लेकर तीन वर्ष तक के भाड़े का करार ट्रांसपोर्ट कारोबारियों से कर रखा है, लेकिन अब भाड़ा इजाफे पर सहमति बनानी शुरू कर दी है। खेतों में अभी आलू खोदाई, छटाई चल रही है। ये आलू शीतगृह में पहुंचाया जा रहा है, तो मंडी भी पहुंच रहा है। इसके लिए किसान भाड़े पर वाहन लेते हैं, जिसमें दो से पांच रुपये प्रति किलोमीटर भाड़ा बढ़ाया गया है। वहीं प्रति पैकेट एक रुपये का इजाफा हो रहा है।
दो हजार ट्रक लेकर जाते हैं माल
दो हजार विभिन्न आकार के ट्रक आगरा और आस-पास क्षेत्र से माल लेकर जाते हैं। आलू, जूते, इंजन पार्टस, बाजरा, कांच का सामान, घुंघरू, घंटे, घी, कालीन, ब्रश सहित दूसरा सामान लेकर देशभर में जाते हैं। दूसरे जिले और राज्यों से किराना, दवाई, कपड़ा और दूसरा आगरा आता है।
ट्रैक्टर के माध्यम से आलू शीतगृह में पहुंचाया जा रहा है। आलू के पैकेट (50 किलोग्राम प्रति) के हिसाब से भाड़ा लेते हैं, तो एक मुश्त सौदा भी होता है। एक मुश्त में दो से पांच रुपये इजाफा किया है।