डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के पालीवाल पार्क परिसर में मंगलवार को बीएएमएस-2017 बैच के छात्रों ने विरोध-प्रदर्शन किया। कुलसचिव को घेरा भी। छात्रों को पढ़ाई करते हुए पांच वर्ष हो गए, अभी महज दो वर्ष की परीक्षा हो पाई है। वे तीसरे वर्ष की परीक्षा कराने की मांग कर रहे हैं। छात्र संगठनों की ओर से भी समर्थन दिया गया। एनएसयूआई पदाधिकारी व कार्यकर्ता घेराव में शामिल रहे, वहीं एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कुलसचिव को ज्ञापन दिया।
बीएएमएस के छात्रों ने कहा कि अब तक उनकी चार वर्षों की परीक्षाएं हो जानी चाहिए थी। तीसरे वर्ष की परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं। बीएएमएस 2017 बैच के छात्रों ने आठ मार्च 2022 को भी विश्वविद्यालय पहुंचकर परीक्षा न कराने का विरोध किया था। विश्वविद्यालय प्रशासन ने 28 अप्रैल 2022 से परीक्षा कराने का कार्यक्रम दिया लेकिन अभी तक परीक्षा कराई नहीं जा सकी है। छात्रों ने कहा कि उनका मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। परीक्षा में देरी का असर करियर पर पड़ रहा है।
विरोध प्रदर्शन के दौरान जीवन ज्योति आयुर्वेदिक कॉलेज का छात्र प्रिंस बेहोश हो गया। कुलसचिव कार्यालय में ही उसको प्राथमिक उपचार दिया गया।
एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने बीएएमएस के छात्रों की परीक्षा कराने के संबंध में कुलसचिव को ज्ञापन दिया। केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य व प्रांत सहमंत्री प्रियंका तिवारी ने कहा कि छात्रों के भविष्य के साथ विश्वविद्यालय प्रशासन खिलवाड़ कर रहा है। परीक्षा की तारीख घोषित करने के बाद भी परीक्षा नहीं कराई गई। चुनौती मूल्यांकन का परिणाम जारी कर परीक्षा जल्द नहीं कराई जाती तो संगठन आंदोलन करेगा। ज्ञापन देने वालों में विवि इकाई के अध्यक्ष पुनीत कुमार, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य कुणाल दिवाकर, मनमोहन सिंह, कर्मवीर बघेल, मनीष, रॉकी चौधरी आदि रहे।