आगरा
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। असुरक्षित माहौल के बीच वहां फंस भारतीय विद्यार्थियों ने वीडियो जारी कर स्वजन को भेजकर सरकार से सुरक्षा की गुहार लगाई है। ऐसे ही कई विद्यार्थियों के वीडियो दिनभर इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिन्हें देखकर वहां फंसे विद्यार्थियों के स्वजन की जान हलक में अटकी रही।
बमरौली कटारा निवासी देवेंद्र सिंह ने वीडियो जारी कर बताया कि वह यूक्रेन से एमबीबीएस कर रहा हैं और फंस गए हैं। यहां स्थिति अनिश्चित हैं, दो मिनट पहले ही सिर के ऊपर से दो जेट विमान निकले हैं। न विश्वविद्यालय और न एंबेसी, कुछ कह रही है। खाना-पानी खत्म हो रहा है। कप तक में पानी भरकर आपात स्थिति के लिए रखे हैं, जाने कब लाइन कट जाएं।भारत सरकार हमें जल्द निकलाने की कार्रवाई शुरू करे।स्वजन को रोता देखकर हमारी हिम्मत भी टूटने लगी है।
उनके साथी शिवम का कहना है कि हमारा सामान पैक है, यहां हमसे कई फार्म भरवाए हैं, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। कई और वीडियो भी दिनभर वायरल होते रहे, जिसमें मेडिकल यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी खुद के असुरक्षित माहौल में बंकर में फंसे होने, खाना-पानी खत्म होने की समस्या बताते हुए सरकार से एयरलिफ्ट करने की मांग कर रहे हैं।
स्वजन की बिगड़ने लगी हालत
शास्त्रीपुरम निवासी संतोष देवी की बेटी यूक्रेन से एमबीबीएस कर रही है। अब उसके फंसने से वह परेशान हैं। उनका कहना है कि सरकार ने जो थोड़ी बहुत फ्लाइट भेजी, वह नाकाफी थीं, उनका किराया तीन गुना था। सीटों के लिए मारा-मारी थी। बड़ी मुश्किल से 78 हजार रुपए में 28 फरवरी की टिकट मिली। अब युद्ध शुरू हो गया है, बेटी फंसी है, जाने कब वापसी होगी। अवधपुरी निवासी डा. गुलाब सिंह का कहना है कि बेटा रजत यूक्रेन में फंसा है। स्थिति बिगड़ रही है, सरकार अब देर न करे। सरकार पर ही भरोसे हैं। विशेष प्लेन भेजकर बच्चों को जल्द बुलाए।
ईदगाह निवासी व्यवसायी धर्मेंद्र बघेल का बेटा आदित्य भी यूक्रेन मे फंसा है। उन्होंने बताया कि 26 फरवरी बेटे की उसकी फ्लाइट थी, उससे पहले ही युद्ध शुरू हो गया। बेटे से बात करने से बाद से स्वजन चिंताग्रस्त हैं। सरकार जल्द से जल्द कदम उठाए।
प्रार्थना और दुआओं का चल रहा सिलसिला
शास्त्रीपुरम, एफ ब्लाक निवासी अंजली पचौरी भी यूक्रेन में फंसी हैं। स्वजन से फोन के माध्यम से संपर्क में हैं, लेकिन बिगड़ती स्थिति ने स्वजन को परेशान कर दिया है। उनके पिता ब्रज गोपाल पचौरी ने बताया कि पत्नी और पिता की तबीयत बिगड़ गई है। घर में पूजा पाठ कर बच्चों की सकुशल घर वापसी की प्रार्थना की जा रही है। यही हाल रामबाग सीता नगर निवासी नूरूद्दीन उस्मानी के घर का है। उनका बेटा आयान यूक्रेन में फंसा है। पत्नी शबनम उस्मानी का रो-रोकर बुरा हाल है। । वह हल पर खुद से सिर्फ बेटे के सलामती की दुआ कर रही हैं। आयान के स्वजनों ने केंद्र सरकार और यूपी सरकार के हेल्पलाइन नंबर पर अपना पंजीकरण करा दिया है।