आगरा
ठा. बांकेबिहारीजी महाराज ने वैसे तो वसंत पंचमी पर गुलाल से भक्तों संग होली खेलकर ब्रज में होली की शुरूआत कर दी। लेकिन, मंदिर में रंगों की होली की शुरुआत रंगभरनी एकादशी पर होगी। मंदिर में 14 मार्च को रंग भरनी पर रंगीली होली शुरू होगी, जिसकी शुरुआत फूलों की होली के साथ होगी। दोपहर बाद जब शयनभोग सेवा में दर्शन के लिए पट खुलेंगे, तो मंदिर में मौजूद भक्तों संग सेवायत और श्रद्धालु फूलों की होली खेलेंगे। इसके बाद मंदिर सेवायत ठाकुरजी का प्रतिनिधित्व करते हुए पिचकारी से टेसू के फूलों का चटक रंग बरसाएंगे।
टेसू के फूलों के इस चटक रंग में सराबोर होने को भक्तों ने वृंदावन में डेरा डालने का मन बना लिया है। ठा. बांकेबिहारी मंदिर के सेवायत श्रीनाथ गोस्वामी ने बताया, मंदिर में वसंत पंचमी से होली की शुरुआत हो चुकी है। अब तक गुलाल से भक्तों संग आराध्य होली खेल रहे हैं, जबकि सेवायत सुबह श्रृंगार आरती के दौरान उनके गाल पर गुलाल लगाते हैं और शाम को रसिया व होली के पदों का गायन कर आराध्य को होली के लिए सेवायत युवाओं द्वारा रिझाया जा रहा है। लेकिन, अब रंगभरनी एकादशी 14 मार्च को मंदिर में रंगों की होली शुरू होगी। रंगभरनी एकादशी पर ठाकुरजी के लिए अरगजा, अगरू तैयार किया जाएगा, जो उनके गालों पर लगाया जाएगा। इसके साथ टेसू के फूलों का चटक रंग भक्तों पर बरसाया जाएगा। रंगों की होली की शुरुआत मंदिर में फूल होली के साथ होगी। रंगभरनी एकादशी पर जैसे ही मंदिर के दर्शन खुलेंगे, तो भक्तों पर फूलों बरसाकर फूलों की होली खेलना शुरू होगा और फिर ठाकुरजी का प्रतिनिधित्व करते हुए सेवायत भक्तों पर टेसू का चटक रंग बरसाएंगे। जिसमें सराबोर होकर भक्तों के आनंद का ठिकाना ही नहीं रहता।