आगरा
राजस्थान के दौसा में महिला डाक्टर अर्चना शर्मा की खुदकुशी से आक्रोशित निजी डाक्टरों की 24 घंटे की हड़ताल से शुक्रवार सुबह छह बजे समाप्त हो गई। हालांकि, गुरुवार शाम से ही अधिकांश हास्पिटलों में गंभीर मरीजों को भर्ती करना शुरू कर दिया था। आज निजी हास्पिटल और क्लीनिक में ओपीडी संचालित होगी।
आइएमए, आगरा के सदस्य डाक्टर गुरुवार सुबह छह बजे से 24 घंटे की हड़ताल पर चले गए थे, इमरजेंसी सेवाएं भी बंद कर दी थी। इससे आगरा के साथ ही आस पास के जिलों के करीब 15 हजार मरीज प्रभावित हुए। वहीं, गंभीर मरीजों को निजी अस्पताल में इलाज न मिलने पर स्वजन उन्हें लेकर एसएन इमरजेंसी पहुंचे। यहां मरीजों की संख्या बढ़ने से व्यवस्था चरमरा गई। स्ट्रेचर और व्हील चेयर पर मरीजों का इलाज करना पड़ा। आइएमए, आगरा के अध्यक्ष डा. राजीव उपाध्याय ने बताया कि शुक्रवार सुबह छह बजे 24 घंटे की हड़ताल खत्म हो गई। आज निजी क्लीनिक और हास्पिटल में पूर्व की तरह मरीजों को इलाज मिलेगा।
सामान्य दिनों में ओपीडी में मरीजों की संख्या -30 से 35 हजार, गुरुवार को 30 से 40 फीसद मरीज
हास्पिटल में भर्ती होने वाले मरीज- 3000 से 3500 निजी हास्पिटल- 450
निजी क्लीनिक -700
पैथोलाजी लैब, एक्सरे सेंटर, अल्ट्रासाउंड सेंटर- 300
आयुष्मान योजना से अनुबंधित निजी हास्पिटल -48