आगरा
कमलानगर निवासी 25 वर्षीय युवक कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित हुआ था। पोस्ट कोविड समस्याओं के बीच एक समस्या और परेशान कर रही है। सूरज में निकलते ही सिर चकरा जाता है। सिर दर्द शुरू हो जाता है।
केस दो- दयालबाग निवासी 22 वर्षीय युवती भी दूसरी लहर में संक्रमित होने के बाद पोस्ट कोविड समस्याओं से जूझ रही है। इन समस्याओं के बीच सिर दर्द ने स्थिति ज्यादा खराब कर दी है। सिर दर्द की गंभीरता यह है कि उसे उल्टियां तक आती हैं।
यह दो केस उदाहरण मात्र हैं। ऐसे दर्जनों केस हर रोज चिकित्सकों के पास पहुंच रहे हैं। कोरोना से ठीक हो चुके लोगों को सिरदर्द की समस्या ने घेर लिया है। चिकित्सक इसे पोस्ट कोविड हेडेक लाइक माइग्रेन बता रहे हैं।
मस्तिष्क की धमनियों तक पहुंचा वायरस
कोरोना वायरस ने सिर्फ फेफड़ों पर ही नहीं, दिमाग पर भी वार किया है। न्यूरोफिजीशियन डा. सर्वेश अग्रवाल ने बताया कि उनके पास हर रोज चार से पांच एेसे मरीज आ रहे हैं, जो कोरोना से संक्रमण से ठीक हो चुके हैं, लेकिन सिर दर्द ने परेशान कर दिया है। सूरज की तपिश में तेज सिर दर्द होता है। डा. अग्रवाल ने बताया कि जो पहले माइग्रेन से पीड़ित थे, पोस्ट कोविड होने पर उनकी परेशानी ज्यादा बढ़ गई। चिकित्सकों का मानना है कि कोविड-19 के कारण फेफड़ों में सूजन आती है। जिन रोगियों में यह सूजन दिमाग तक पहुंच जाती है, उनके दिमाग की कार्यप्रणाली में बाधा उत्पन्न होती है। एंजाइटी, तनाव की वजह से भी सिरदर्द हो रहा है।
योग गुरु फादर जान फरेरा बताते हैं कि अगर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी तो कोई भी समस्या परेशान नहीं करेगी। सिरदर्द को दूर करने के लिए प्राणायाम, वज्रासन, सर्वांगासन, चक्रासन, कपालभाति आदि आसन काफी लाभकारी साबित होते हैं। मेरे पास ऐसे कई लोग हैं, जो इन आसनों की मदद से अपनी समस्याओं को दूर कर रहे हैं।
ओपीडी में सिरदर्द, डिप्रेशन, थकान के हर रोज 40 फीसद मरीज पहुंच रहे हैं। यह सभी पोस्ट कोविड समस्याएं हैं जो लोगों को परेशान कर रही हैं। लोगों को अलग अलग दवाएं दी जा रही हैं।