आगरा
नए साल पर परिवार के साथ देश में भ्रमण पर निकले बेंगलुरू के साफ्टवेयर इंजीनियर सतर्कता के चलते आगरा में अनहोनी का शिकार होने से बच गए। इंजीनियर ने एप से होटल में कमरे बुक कराए थे। शातिरों ने उन्हें गूगल से लोकेशन भेजकर जंगल में बुला लिया। परिवार की कार को घेर लिया, लेकिन साथ चल रहे परिवार के अन्य सदस्यों की गाड़ियां पहुंचने पर शातिर वहां से भाग गए। साफ्टवेयर इंजीनियर ने अपने साथ हुई घटना के बारे में एप के द्वारा होटल बुक करने वाली कंपनी एवं पुलिस को भी ट्ववीट के माध्यम से इसकी जानकारी दी है। जिससे कि पुलिस पर्यटकों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। आरोपितों का पता लगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
बेंगलुरू में बहुराष्ट्रीय कंपनी में साफ्टवेयर इंजीनियर रविकांत द्विवेदी ने बताया कि वह मूलरूप से कानपुर नगर के रहने वाले हैं। नए साल पर वह अपने परिवार और सगे संबंधियों के साथ घूमने निकले थे। पांच परिवार और तीन बच्चे सभी लोग तीन कारों में थे। जम्मू-कश्मीर, अंबाला, लुधियाना होते हुए परिवार एक जनवरी की शाम को आगरा पहुंचा। अगले दिन उन्हें ताजमहल देखने जाना था। यहां पर ठहरने के लिए उन्हाेंने एप के माध्यम से होटल तलाश किया।
एप में एक होटल काे देखने के बाद परिवार ने वहां पर रुकने का फैसला किया। उन्होंने एप में उक्त होटल के दिए गए नंबर पर काल की। होटल बुक कराने के बाद उसकी लोकेशन भेजने की कहा। जिस पर उन्हें गूगल से लोकेशन भेजी गई। उनके साथ चल रहे साले प्रशांत उक्त लोकेशन के आधार पर एक जंगल में पहुंच गए। वहां दूर-दूर तक कोई होटल नहीं था।
रविकांत द्विवेदी के अनुसार इसी दौरान तीन-चार युवक वहां पहुंच गए। उन्होंने प्रशांत की कार को चारों ओर से घेर लिया। यह देखते ही प्रशांत को खतरे का आभास हो गया। इसी दौरान प्रशांत के पीछे चल रही अन्य गाड़ियां भी वहां पहुंच गए। तीन कारों को देखकर लूटपाट के इरादे से जुटे युवक वहां से भाग गए। रविकांत के अनुसार युवकों ने उन्हें परिवार के साथ अकेला जानकर गलत लोकेशन भेजी थी। जिससे कि उन्हें वहां बुलाकर लूटपाट कर सकें। रविकांत ने परिवार के साथ हुई घटना की शिकायत होटल बुक करने वाली कंपनी व पुलिस में ट़्वीट के माध्यम से की।