आगरा
केंद्र सरकार द्वारा 15 दिसंबर से इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू करने की घोषणा के बाद ताजनगरी के पर्यटन कारोबारियों को राहत मिलने की उम्मीद जगी थी। पर्यटन कारोबारी फ्लाइट शुरू होने का इंतजार कर रहे थे। विदेशी पर्यटकों ने जनवरी में आगरा यात्रा को जानकारी जुटाना शुरू कर दिया था। इस बीच ओमिक्रोन ने पर्यटन कारोबारियों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। उन्हें विदेशी पर्यटकों के आगरा नहीं आने की चिंता सताने लगी है। ऐसे में शहर का पर्यटन कारोबार, भारतीय पर्यटकों के भरोसे नजर आ रहा है।
कोरोना वायरस के संक्रमण काल में केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष 23 मार्च से इंटरनेशनल फ्लाइट को स्थगित कर दिया था। डेढ़ वर्ष से अधिक समय से विदेशी पर्यटकों के नहीं आने की वजह से आगरा का पर्यटन उद्योग बुरी तरह प्रभावित है। केंद्र सरकार ने 26 नवंबर को 15 दिसंबर से इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू करने की घोषणा करते हुए 14 देशों को एयर बबल में रखा था। इन्हीं देशों के पर्यटक ताजमहल देखने अधिक आते हैं। कारोबारियों को अमेरिका समेत अन्य देशों के पर्यटकों के आने की उम्मीद थी। पर्यटकों ने जनवरी में आगरा की यात्रा के लिए टूर पैकेज आदि की जानकारी करना शुरू कर दी थी। इससे पर्यटन कारोबारियों को उम्मीद बंधने लगी थी, लेकिन ओमिक्रोन ने उनकी चिंता बढ़ाने का काम किया है। इस स्थिति में पर्यटक यहां आने से बचेंगे।
एयर बबल में शामिल हैं यह देश
ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, फिनलैंड, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, चीन, मारीशस, सिंगापुर, बांग्लादेश, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे और न्यूजीलैंड को कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते एयर बबल में रखा गया है।
विदेशी पर्यटकों ने जनवरी में आगरा यात्रा के लिए जानकारी करना शुरू कर दिया था। ओमिक्रोन ने चिंता बढ़ा दी है। विदेशी पर्यटन से जुड़े लोग डेढ़ वर्ष से अधिक समय से खाली बैठे हैं। हालांकि, भारतीय पर्यटक इन दिनों अच्छी संख्या में ताजमहल देखने आ रहे हैं।