आगरा
प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत एकीकृत विकास के लिए चुने गए गांवों को विकास कार्यों का इंतजार है। योजना के तहत चुने गए जिले के 52 गांवों में लगभग ढाई साल बाद सिर्फ 16 गांवों के लिए बजट स्वीकृत हुआ है। इसमें से भी तीन गांवों में अभी विकास कार्य शुरू नहीं हो सके हैं। 36 गांवों की ओर अभी भी किसी का ध्यान नहीं है।
केंद्र सरकार की पहल पर वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना शुरू हुई। 50 प्रतिशत से अधिक अनुसूचित जाति जनसंख्या वाले गांवों का एकीकृत विकास सुनिश्चित करने के लिए जिले के 52 गांव चिह्नित किए गए।योजना के तहत सैंया, अछनेरा, बिचपुरी, बरौली अहीर, अकोला, ब्लाक के तीन-तीन, खंदौली, शमशाबाद ब्लाक के एक-एक, एत्मादपुर और फतेहपुर सीकरी ब्लाक के पांच-पांच, बाह ब्लाक के 11, पिनाहट ब्लाक के छह, जगनेर और फतेहाबाद ब्लाक के दो-दो, जैतपुर कलां ब्लाक के चार गांव चिह्नित किए गए हैं।
इन गांवों के लिए बजट स्वीकृत
एत्मादपुर के अरेला और नवलपुर गांव, अछनेरा का बवरौद, बरौली के भाहई, कली का नगला, रजरई गांव, फतेहपुर सीकरी के चौमा शाहपुर, जहानपुर, सिंगारपुर गांव, खंदौली का धौर्रा, बिचपुरी के जऊपुरा व लखनपुर, बाह का पार्वतीपुरा, पिनाहट का सिकतरा, शमसाबाद का सुधरई और जगनेर का उदैना गांव।
ये हो रहे कार्य
इंटरलाकिंग रोड कार्य, सोलर लाइट, नाली निर्माण, शौचालय निर्माण, आंगनबाड़ी केंद्र, कामन सर्विस सेंटर निर्माण, सीसी रोड, टीटीएसपी, आरओ प्लांट।
ये होने हैं योजना के तहत कार्य
इन गांवों में पेयजल एवं स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, सामाजिक सुरक्षा, ग्रामीण मार्ग एवं आवास, बिजली एवं स्वच्छ ईधन, आजीविका एवं कौशल विकास के कार्य होने हैं।
पीएम आदर्श ग्राम योजना के तहत चिह्नित 16 गांवों में विकास कार्यों के लिए बजट स्वीकृत हो गया है। अन्य के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।