कोलकाता
भाजपा विधायक व बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली इलाके में ईडी की टीम पर हमले की घटना के पीछे रोहिंग्या कनेक्शन बताया है। पार्टी के अन्य नेताओं का भी दावा है कि फरार तृणमूल नेता शाहजहां शेख के मछली पालन केंद्र में रोहिंग्याओं को छिपाकर रखा गया है। उन्होंने ही ईडी की टीम पर हमला किया था।
रोहिंग्या सुंदरवन से नदी के रास्ते संदेशखाली व आसपास के गांवों में आए थे। स्थानीय लोग जान के डर से उनके बारे में कुछ नहीं कहते। पुलिस व केंद्रीय एजेंसियों को इसकी जांच करनी चाहिए। वहीं बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने शाहजहां शेख का आतंकवादियों से संबंध बताया है। उन्होंने दावा किया कि शाहजहां के तार जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश से जुड़े हैं। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को भी इसकी खबर है।
शाहजहां ने बांग्लादेश से रोहिंग्याओं को लाकर अपने मछली पालन केंद्र के पास उनकी एक अवैध कालोनी बसाई है। दूसरी तरफ तृणमूल ने इसका खंडन करते हुए कहा कि राजनीतिक साजिश के तहत ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं। संदेशखाली से तृणमूल विधायक सुकुमार महतो ने कहा कि यह आरोप बिल्कुल आधारहीन है।
सीमा इलाके में बड़ी संख्या में बीएसएफ के जवान तैनात हैं। उनकी आंखों में धूल झोंककर रोहिंग्या यहां कैसे आ सकते हैं? अगर वे आ रहे हैं तो केंद्र सरकार क्या कर रही है? वहीं तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि भाजपा का इस तरह का आरोप लगाना बेमानी है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी उसी की सरकार के अधीन है।
इस बारे में बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि तृणमूल और भाजपा आपस में मिली हुई हैं। माकपा के राज्यसभा सदस्य बिकास रंजन भट्टाचार्य का कहना है कि सभी तरह के भ्रष्टाचार के पीछे तृणमूल का हाथ है।