आगरा
इस साल गंगा दशहरा पर चार शुभ योग बन रहे हैं। गुरुवार को गंगा दशहरा पर्व पर स्नान और दान का विशेष महत्व है। गंगा के साथ ही यमुना में भी श्रद्धालु स्नान करते हैं। आज सुबह से आगरा और मथुरा में यमुना नदी के घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ है। बड़ी संख्या में लोग हरिद्वार और कासगंज के सोरों व कछला घाट पर भी स्नान करने को गए हैं।
पं. चंद्रेश कौशिक, ज्योतिषाचार्य ने बताया कि ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन गंगा दशहरा मनाया जाता है। इस बार गंगा दशहरा पर ग्रह-नक्षत्रों से मिलकर चार शुभ योग बन रहे हैं। गुरु-चंद्रमा और मंगल का दृष्टि संबंध रहेगा, इससे गज केसरी और महालक्ष्मी योग का निर्माण होगा। वहीं, वृष राशि में सूर्य-बुध की युति से बुधादित्य योग बनेगा। आज दोपहर दो बजे तक शुभ योग बना रहेगा
इसके अलावा, सूर्य और चंद्रमा के नक्षत्रों से पूरे दिन रवि योग रहेगा। इस शुभ घड़ी में दान स्नान का महत्व और ज्यादा बढ़ जाएगा। मान्यता है कि इसी दिन मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थीं। इसलिए इस दिन गंगा नाम के स्मरण मात्र से ही सभी पापों का अंत हो जाता है।
इस दिन गंगा नदी में स्नान करना अत्यंत पुण्यकारी होता है। अगर आप गंगा स्नान करने न जा पाएं तो नहाने के पानी में गंगाजल डालकर स्नान करें। इसके बाद सबसे पहले सूर्यदेव को अर्घ्य दें। फिर ‘ऊं श्री गंगे नमः’ का उच्चारण करते हुए मां गंगे का स्मरण करके अर्घ्य दें।
गंगा दशहरा पर लोग मंदिरों में सुराही और हाथ से झलने वाले पंखाें का दान करते हैं। इसकी वजह से कुम्हारों ने भी सुराहियां तैयार कर रखी हैं। साथ ही तरबूज और खरबूज की भी खरीदारी चल रही है।