आगरा
आगरा में लापरवाही के चलते मरीज की माैत के मामले में शहर के पांच चिकित्सकों के खिलाफ मुकदमे के लिए अदालत मे प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया है। न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम अमित कुमार ने पांच चिकित्सकों डाक्टर सुभाष चंद्र गुप्ता, डाक्टर मंजू गुप्ता, डाक्टर एसएन यादव, डाक्टर उपेंद्र सिंह एवं श्री पारस अस्पताल के संचालक डाक्टर अरिंजय जैन, अस्पताल कर्मी सुशील त्यागी को तलब किया है।डाक्टरों को सुनवाई के लिए 21 जुलाई को पेश होने के आदेश किए हैं।
कमला नगर निवासी राजेंद्र गुप्ता ने परिवाद प्रस्तुत किया। वादी का आरोप है कि तीन अप्रैल 2020 को पत्नी निर्मला गुप्ता की तबीयत खराब हाेने पर उन्होंने जानकारी देने के लिए डा. सुभाष चंद्र गुप्ता का फोन किया। वहां से डा.एसएन यादव ने दवाइयां देने व देखभाल करने की कहा। चार अप्रैल की सुबह पत्नी की हालत अधिक खराब होने पर डा. सुभाष चंद्र गुप्ता के अस्पताल ले गया।
वहां डा. मंजू गुप्ता को दो हजार रुपये इमरजेंसी फीस के रूप में जमा कराने की कहा गया। उसने रसीद मांगी तो डा. गुप्ता और डा. एसएन यादव भड़क गए। इलाज करने से मना कर दिया। डा. मंजू गुप्ता ने मरीज को पुष्पांजलि रेफर कर दिया। कर्मचारी सुशील त्यागी ने उन्हें धक्के मारकर निकाल दिया। वह पत्नी को पुष्पांजलि लेकर गया, चिकित्सकों ने पहले जिला अस्पताल से लिखवाकर लाने की कहा।
वहां डाक्टरों ने नान कोविड लिखकर दे दिया। वह पत्नी को दोबारा पुष्पांजलि लेकर गया, डाक्टरों ने भर्ती करने से मना कर दिया।
जिस पर वह पत्नी को श्री पारस अस्पताल लेकर गया। वहां उसे आइसीयू में भर्ती कराने की कहकर 16 हजार रुपये की दवाएं मंगवा लीं। वह दवाएं लेकर आया, कुछ देर बाद डाक्टर अरिंजय जैन ने उसकी पत्नी को मृत घोषित कर दिया। वादी ने आरोप लगाया कि यदि पूर्व में पत्नी को इलाज मिल जाता तो उसकी मौत नहीं होती