आगरा
थाेक महंगाई दर ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। बीते 30 सालों में अब महंगाई दर सबसे ज्यादा निकली है, इसके पीछे सीधे तौर पर ईधन की बेकाबू हुई कीमतों को बताया जा रहा है। दरअसल पेट्रोल, डीजल और सीएनजी के महंगे होने से भाड़े बढ़े और हर वस्तु महंगी होती चली गई। वह तो इतनी गनीमत है कि पेट्रोल और डीजल के दाम वहीं टिके हुए हैं। तेल कंपनियों ने पिछले 42 दिन से पेट्रोल और डीजल के दाम स्थिर कर रखे हैं। इससे पहले धीरे धीरे कर 10 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा का बोझ पेट्रोल और डीजल के मद में आम आदमी की जेब पर आ चुका था। मूल्यवृध्दि का दौर थमने से आम आदमी ने भी कुछ राहत भी महसूस की है क्योंकि पेट्रोल डीजल के साथ साथ अन्य मदों में भी महंगाई की मार पड़ रही है। 23 मार्च से छह अप्रैल तक हर दिन पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ रहे थे। इसके बाद मूल्यवृद्धि का दौर थमा है। पिछले साल तीन नवंबर को पेट्रोल 107.12 रुपये और डीजल 99.04 रुपये प्रति लीटर था। बुधवार को आगरा में पेट्रोल 105.03 रुपये और डीजल 96.58 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहा है।