आगरा
आगरा के फतेहाबाद मार्ड पर गुरुवार को मेट्रो के कार्यों के निरीक्षण के दौरान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अधिकारियों को जामा मस्जिद स्टेशन का नाम मन:कामेश्वर रखने के निर्देश दिए। ये निर्देश उन्होंने आगरा छावनी के विधायक जीएस धर्मेश के सुझाव के बाद दिए। दो दिन के दौरे पर आगरा आए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पहले दिन फतेहाबाद रोड पर निर्माणाधीन मेट्रो प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया। ताजपूर्वी गेट मेट्रो स्टेशन पर दोनों कॉरिडोर के रूटमैप, कार्यों की गुणवत्ता व निर्माण की प्रगति जानी।
मेट्रो निरीक्षण के दौरान पूर्व राज्यमंत्री और छावनी क्षेत्र से भाजपा विधायक डॉ. जीएस धर्मेश ने जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन का नाम बदल कर मन:कामेश्वर मेट्रो स्टेशन रखने का सुझाव उपमुख्यमंत्री को दिया। इस पर उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल आदेश दिए। जिस पर मेट्रो अधिकारियों ने भी सहमति जताई है। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जनभावनाओं के अनुरूप निर्णय लिया जाएगा। बता दें कि मेट्रो की डीपीआर केंद्र व राज्य सरकार से स्वीकृत है। ऐसे में राज्य सरकार पहले मेट्रो से प्रस्ताव मांगेगी। फिर केंद्र से स्वीकृति के बाद सरकार रेलवे स्टेशनों की तरह नाम बदलने का नोटिफिकेशन जारी कर सकती है।
सिकंदरा से ताजपूर्वी गेट तक पहले चरण में तीन एलिवेटिड व तीन भूमिगत छह स्टेशन का प्राथमिकता कॉरिडोर दिसंबर 2020 से निर्माणाधीन है। 8327 करोड़ रुपये की इस परियोजना का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। मेट्रो कार्यों का जायजा लेने पहुंचे उपमुख्यमंत्री को प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद राय ने बताया कि एलिवेटिड स्टेशन का 80 फीसदी सिविल कार्य पूर्ण हो चुका है। सितंबर 2022 तक तीनों स्टेशन तैयार हो जाएंगे। 2023 में उद्घाटन हो सकता है।
बाकी तीन ताजमहल, आगरा किला व जामा मस्जिद भूमिगत स्टेशनों का निर्माण एक जुलाई 2024 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। ट्रेन का ट्रायल कर 31 दिसंबर 2024 तक मेट्रो सेवा आगरा की जनता को समर्पित की जाएगी। आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से कांलिदी विहार तक 15 किमी लंबाई के 14 स्टेशन वाले दूसरे कॉरिडोर के लिए डिटेल डिजाइन कंसलटेंट ने काम शुरू कर दिया है। एमजी रोड होते दूसरा कॉरिडोर पूरा एलिवेटिड होगा। 2025 तक दूसरा कॉरिडोर भी आकार ले लेगा।