आगरा
तापमान बढ़ने के साथ ही बिजली संकट शुरू हो गया है। कहीं मेंटेनेंस के नाम पर कटौती हो रही है तो कहीं फाल्ट हो रहे हैं। बुधवार को तीसरे पहर पीली पोखर स्थित पावर स्टेशन पर लाइटनिंग अरेस्टर के फटने से आगरा और सादाबाद के लगभग दो लाख उपभोक्ता प्रभावित हुए। ट्रांसमिशन के अधिकारी मौके पर पहुंचे।क्षतिग्रस्त लाइटनिंग अरेस्टर की मरम्मत कराई गई है। लाइटनिंग अरेस्टर के फटने के कारणों की जांच की जाएगी।
लगभग साढ़े चार बजे पीली पोखर के लाइटनिंग अरेस्टर के फटने की सूचना बिजली विभाग को मिली। चूंकि पीली पोखर ट्रांसमिशन के अधीन आता है, इसलिए ट्रांसमिशन के अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे। लाइटनिंग अरेस्टर के फटने से 132 केवी ताज, 132 केवी दयालबाग, 132 केवी फाउंड्री नगर व 132 केवी सादाबाद प्रभावित हुआ। इससे छीपीटोला, आगरा फोर्ट, धूलियागंज, बेलनगंज, घटिया, धौलपुर हा उस, बालूगंज, सदर, बिजलीघर, काजीपाड़ा, मंटोला, सुभाष बाजार, एमजी रोड तक के क्षेत्र की बिजली एक घंटे तक बाधित हुई। आनन-फानन में टोरंट पावर ने दूसरे सब-स्टेशन से इन इलाकों में बिजली की व्यवस्था की। देर शाम शहर के एक बड़े इलाके की बिजली फिर से बाधित हुई।सहायक अधिशासी अभियंता राहुल वशिष्ठ ने बताया कि लाइटनिंग अरेस्टर फटने से 172 सेकेंड की ट्रिपिंग हुई। जबकि प्रभावित क्षेत्रों में एक घंटे से ज्यादा समय तक बिजली बाधित रही।चीफ ट्रांसमिशन आरके मिश्रा ने बताया कि लाइटनिंग अरेस्टर के फटने के कारणों की जांच की जाएगी।
इसे तड़ित निरोधक भी कहते हैं। यह सुरक्षात्मक उपकरण है, जो तड़ित या आकाशीय बिजली से होने वाली इंसुलेशन की संभावित क्षति के विरुद्ध कार्य करती है। सामान्य तड़ित रोधक में एक उच्च-वोल्टता वाला टर्मिनल तथा दूसरा भू-टर्मिनल होता है। जब तड़ित किसी पावर लाइन से होकर चलते हुए तड़ित रोधक तक पहुंचती है तो तड़ित की धारा रोधक से होते हुए धरती में चली जाती है।
दयालबाग में टोरंट पावर के मेंटीनेंस कार्य करने के कारण पांच घंटे बिजली गुल रही। बुधवार को सुबह 9.30 से गायब बिजली दोपहर 2.30 सुचारू हो सकी। तब तक लोग परेशान रहे। गुरुवार सुबह भाी करीब 15 मिनट के लिए आपूिर्त प्रभावित रही।