आगरा
घर बनाने का सपना और महंगा हो गया है। पिछले तीन महीने में सरिया के दामों में जबरदस्त उछाल आया है। 60 रुपये/किलोग्राम वाली सरिया के दाम बढ़कर 80 रुपये/किलोग्राम हो गए हैं। इसकी वजह से भवन निर्माण पर सबसे अधिक महंगाई की मार पड़ी है। ईंट और सीमेंट की कीमतों में भी कम उछाल नहीं है। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 1250-1350 रुपये प्रति वर्ग फुट वाले निर्माण की लागत 1500-1550 रुपये प्रति वर्ग फुट पहुंच गई है। यानि प्रति वर्ग फुट निर्माण की लागत ढाई सौ से तीन सौ रुपये वर्ग फुट महंगी हो गई है।
सामग्री तीन महीने पहले वर्तमान में
सरिया 60 रुपये/किलो 80 रुपये/किलो
सीमेंट 350 रुपये/बोरी 380 रुपये/बोरी
ईंट 6.50 रुपये/ईंट 5.60 रुपये/ईंट
स्टील 320 रुपये/किलो 350 रुपये/किलो
गिट्टी 32 रुपये/घनफुट 31 रुपये/घनफुट
एक नजर
– 25 से 30 लाख रुपये कीमत वाले टू बीएचके फ्लैट लगभग साढ़े दो से तीन लाख रुपये तक महंगे हो गए हैं।
– 50 से 60 लाख रुपये कीमत वाले थ्री बीएचके फ्लैट लगभग साढ़े तीन से चार लाख रुपये लाख रुपये महंगे हो गए हैं।
– 70 से एक करोड़ रुपये कीमत वाले फोर बीएचके फ्लैट लगभग पांच से छह लाख रुपये तक महंगे हो गए हैं।
चंबल सेंड के रेट जरूर नरम पड़े
उपलब्धता सहज होने के कारण चंबल सेंड के रेट जरूर नरम पड़े हैं। लिंटर में प्रयोग होने वाली चंबल सेंड (मोटे दाने वाली) के वर्तमान में रेट 50 रुपये/घनफुट हैं। तीन महीने पहले यही चंबल सेंड लगभग 52 रुपये/घनफुट थी। इसी प्रकार प्लास्टर और चिनाई में प्रयोग होने वाली वर्तमान में 42 रुपये/घनफुट है। जबकि तीन तीन महीने पहले यही 45 रुपये/घनफुट थी। भवन निर्माण से जुड़े लोगों का कहना है कि गर्मियों में चंबल सेंड सस्ती हो जाती है। दरअसल, नदियों में पानी कम रहता है, इसलिए सेंड निकालने में आसानी रहती है। कम समय में अधिक सेंड निकाली जा सकती है