आगरा
10 दिन के लंबे इंतजार के बाद यूक्रेन में फंसे 600 विद्यार्थियों ने जैसे ही बार्डर पार कर रोमानिया में प्रवेश किया, तो खुशी से उनकी आंखों से आंसू बहने लगे। सुरक्षित होने पर सभी ने भगवान का धन्यवाद दिया और एक-दूसरे को गले लगाकर घर वापसी की खुशी मनाई। मंगलवार को आगरा की तीन बेटियां दिल्ली पहुंच रही हैं। उनको लेने के लिए माता पिता दिल्ली पहुंच चुके हैं।
वह रविवार देर रात रोमानिया बार्डर पहुंचें और उन्हें भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने सभी औपचारिकताएं पूरी कराते हुए बार्डर पार कराया। सभी को रोमानिया के स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में ठहराया गया और गद्दे व रजाई उपलब्ध कराए गए। उन्हें गर्मा-गर्म खाना भी दिया गया, 10 दिन बाद भर पेट भोजन पाकर सभी विद्यार्थी बेहद खुश थे। सभी कई दिनों बाद रात में तसल्ली से सोए और सुबह उठकर वतन वापसी की औपचारिकताएं पूरी कराई। सोमवार शाम को सभी को बोर्डिंग पास मिल गए और उनकी फ्लाइट रात आठ बजे रोमानिया से भारत के लिए रवाना हुई।विद्यार्थियों के युद्ध क्षेत्र में फंसने से जैसे उनके चहरे से मुस्कान गायब ही हो गई थी। उन्हें देखकर स्वजन भी गंभीर रूप से चिंतित थे। लेकिन बच्चों के रोमानिया बार्डर पार करने की सूचना पर जहां विद्यार्थी कई दिनों बाद खिल-खिलाकर हंस रहे थे, तो उन्हें देखकर स्वजन के चेहरे की मुस्कान भी कई दिन बाद लौटी।