आगरा
स्कूल यूनिफार्म और बैग के साथ देर रात सड़क पर भटक रही छात्रा को दो महिलाएं थाने लेकर पहुंचीं। इसके बाद छात्रा ने जो कहानी पुलिस को सुनाई, उसे सुनकर पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। उसके हाव-भाव और कहानी के पात्र इतने सजीव थे कि पुलिसकर्मियों को बिना तर्क भरोसा हो गया। अधिकारियों को फोन कर मामले की जानकारी दी और छात्रा को लेकर मौके के लिए रवाना हो गए। एक घंटे तक सुनसान कोठियों में भटकने के बाद पुलिस उसे थाने लेकर पहुंची।वहां सख्ती से छात्रा से पूछा तो उसने हकीकत बता दी। उसने स्कूल में चोरी पकड़े जाने के बाद मम्मी-पापा की डांट से बचने को यह कहानी बनाई थी।
मामला न्यू आगरा थाना क्षेत्र का है। यहां के एक स्कूल में नौवीं की छात्रा ने शनिवार को अपनी सहपाठी के बैग से 120 रुपये चोरी कर लिए थे। तलाशी लेने पर छात्रा से चोरी किए गए रुपये बरामद हो गए। टीचर ने इसकी शिकायत उसकी मां को फोन करके दे दी। साथ ही देरी से स्कूल से छोड़ने का पनिशमेंट देने की बात भी कही। दोपहर 2.30 बजे स्कूल की छुट्टी होने के बाद भी टीचर ने छात्रा को करीब 40 मिनट तक बैठाए रखा। इसके बाद उसे जाने दिया। स्कूल से निकलने के बाद छात्रा दयालबाग में अपने घर जाने के बजाय मुगल रोड की ओर चली गई। वहां कई घंटे तक सड़कों पर घूमती रही। एसओ न्यू आगरा अरविंद निर्वाल ने बताया कि शनिवार रात 9.30 बजे दो महिलाएं छात्रा को मुगल रोड से थाना न्यू आगरा लेकर पहुंचीं। छात्रा ने महिलाओं को जो कहानी सुनाई थी, वही पुलिस को सुना दी। उसने पुलिस को बताया कि वह राजस्थान की रहने वाली है। उसके माता-पिता का देहांत हो चुका है। ताऊ उसे आगरा में रेलवे स्टेशन पर छाेड़ गए। वहां से कोई युवक उसे ले गया। उसने एक कोठी में बंधक बनाकर रखा। वहां 16 और लड़कियां पहले से बंधक थीं। कालू नाम का व्यक्ति वहां आता था। उसकी आंखें बड़ी-बड़ी हैं।वह भीख मंगवाता है। कई और लोग गैंग में शामिल हैं। उससे भी गैंग ने भीख मंगवाई थी। आज मौका पाकर वह खिड़की से कूदकर निकल आई है। पुलिस ने उससे यूनिफार्म और बैग के बारे में पूछा तो उसने कह दिया कि वह बंधक बनाई गई एक लड़की का ही है। पुलिस उसकी बात पर भरोसा करती हुई उसको लेकर कमला नगर पहुंची। वहां उसने एक कोठी की ओर इशारा किया तो पुलिस ने उसको खुलवाकर चेक किया। कोठी में फर्नीचर का काम हो रहा था। करीब एक डेढ़ घंटे तक छात्रा पुलिस को घुमाती रही। इसके बाद पुलिस ने छात्रा से सख्ती से पूछताछ की। इसके बाद उसने अपने बारे में सही जानकारी देकर पूरा सच बता दिया। पुलिस ने स्वजन को बुलाकर हिदायत के साथ छात्रा को उन्हें सौंप दिया।