पेट्रोल-डीजल के बाद अब नेचुरल गैस भी महंगी हो गई है. केंद्र सरकार ने नेचुरल गैस की कीमत में 62 फीसदी का इजाफा किया है. ये कदम अंतरराष्ट्रीय बाजार में नेचुरल गैस के दाम बढ़ने के बाद उठाया गया है. नेचुरल गैस का इस्तेमाल फर्टिलाइजर बनाने, पावर प्लांट चलाने में किया जाता है. इससे ही सीएनजी बनाई जाती है. नेचुरल गैस के दाम बढ़ने का असर आने वाले वक्त में सीएनजी, पीएनजी और उर्वरकों की कीमत पर पड़ने की आशंका जताई जा रही है.

2019 के बाद पहली बढ़ोतरी

नेचुरल गैस की कीमतों में अप्रैल 2019 के बाद यह पहली बढ़ोतरी है. नेचुरल गैस के दाम में बढ़ोतरी का ऑर्डर गुरुवार 30 सितंबर को पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल (PPAC) ने जारी किया. ONGC जैसी सरकारी कंपनियां जो गैस घरेलु कुओं से निकालती हैं, उनकी कीमत 1 अक्टूबर 2021 से 2.90 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (MBtu) होगी. अभी तक उसका दाम 1.79 डॉलर रहा है.

गहरे और बेहद गहरे कुओं से निकाली जाने वाली नेचुरल गैस की कीमतें भी बढ़ाई गई हैं. 1 अक्टूबर 2021 से मार्च 2022 तक ऐसी गैस की कीमत 6.13 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट (mmBtu) होगी. यह मौजूदा कीमत 3.62 डॉलर प्रति mmBtu से 84.6% ज्यादा है. इस साल 1 अप्रैल को सितंबर तक के लिए घरेलू प्राकृतिक गैस का दाम 1.79 डॉलर प्रति mmBtu फिक्स किया गया था. प्राकृतिक गैस का दाम हर छह महीने पर (1 अप्रैल और 1 अक्टूबर) तय किया जाता है. अब नेचुरल गैस के दाम बढ़ाए जाने से ONGC और ऑयल इंडिया जैसी सरकारी कंपनियों को फायदा होगा.

क्या-क्या महंगा हो सकता है?

# नेचुरल गैस के दाम बढ़ने का असर सीएनजी और पाइप के जरिए घरों तक पहुंचने वाली रसोई गैस  (PNG) पर पड़ेगा. अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया ने इंडस्ट्री सूत्रों के हवाले से लिखा है कि दिल्ली और मुंबई में इनके रेट 10-11 फीसदी तक बढ़ सकते हैं. ऐसी ही बात ICICI सिक्योरिटीज ने इसी महीने जारी रिपोर्ट में कही थी.

# नेचुरल गैस के दाम बढ़ने से फर्टिलाइजर की भी लागत बढ़ेगी, लेकिन सरकार इसके लिए सब्सिडी देती है. ऐसे में मार्केट में इसके दाम में बढ़ोतरी होने के आसार कम ही हैं. हालांकि अगर सरकार ने सब्सीडी नहीं बढ़ाई तो दाम जरूर बढ़ेंगे.

# गैस से पैदा होने वाली बिजली की लागत भी बढ़ेगी, लेकिन उपभोक्ताओं को दिक्कत नहीं होगी क्योंकि कुल उत्पादन में इसका हिस्सा बेहद कम है.
# CNG के दाम बढ़ने से ऊबर-ओला जैसी कैब सर्विसेज़ के दाम बढ़ेंगे. इसके अलावा सीएनजी से चलने वाले ऑटो और बसों का किराया भी बढ़ सकता है. इससे आम लोगों की जेब पर मार पड़ सकती है.
# कई तरह की फैक्ट्रियों में प्रोडक्शन भी महंगा हो जाएगा. इसका असर भी सीधे उपभोक्ता की जेब पर पड़ेगा.

बता दें कि पिछले कुछ महीनों में पेट्रोल-डीजल के दाम भी तेजी से बढ़े हैं. देश के कई शहरों में पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर से ऊपर और डीजल 96 रुपए प्रति लीटर तक बिका है. अक्टूबर महीने के पहले ही दिन पेट्रोल-डीजल के दाम अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं. दिल्ली में 1 अक्टूबर को पेट्रोल के दाम 101.89 रुपए प्रति लीटर और डीजल के दाम 90.17 रुपए प्रति लीटर हैं. मुंबई में पेट्रोल 107.95 रुपए प्रति लीटर और डीजल 97.84 रुपए प्रति लीटर हैं.

Previous articleफतेहाबाद कन्या विद्यालय सिविल सर्विस में चयनित दीपक गुप्ता का किया सम्मान
Next articleपेंशन से निहाल हो रहे बिहार के एमएलए-एमएलसी

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here