जयपुर में केंद्र सरकार की बहु उद्देशीय परियोजना आयुष NPCDCS परियोजना प्रदेश के व देश मे सर्व प्रथम भीलवाड़ा जिले मे 2015 में एलोपैथिक के साथ आयुर्वेद व योग के माध्यम से शुरू किया गया था जिसे केंद्र सरकार ने 30 अप्रैल 2021 को 161 स्वास्थ्य कर्मियों की सेवायें समाप्त कर दी गई जिस के चलते 161 स्वास्थ्य कर्मियों आज बेरोजगार हो कर कोरोना जेसी महामारी में परिवार के लालन पालन के लिये अपनी नौकरि के लिये पिछ्ले 32 दिनों से सरकारी अधिकारियों व नेताओ के चकर लगा रहे है। ये सभी वही स्वास्थ्य कर्मियों है जिन्होंने भीलवाड़ा कोरोना मॉडल 2020 में अपनी उत्कर्ष सेवा दे कर भीलवाड़ा कोरोना मॉडल 2020 को पूरे विश्व में आदर्श मॉडल योगदान दिया है। वही कोरोना वारियर्स आज अपनी नोकरी के लिये भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर अपनी सेवा प्राप्त करने हेतु भीषण गर्मी में डटे हुए हैं। इस आशा के साथ में यह सरकार उनके साथ में न्याय करेंगे। आयुष यूनियन अध्यक्ष डॉक्टर शुभांगी शर्मा ने बताया कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने यूनियन के सभी सदस्यों के लिए आश्वासन दिया है कि वह केंद्र सरकार से इस मुद्दे पर बात करके और जल्द से जल्द आपको अपने आप की सेवाएं देने का मैं प्रयास करूंगा। जब तक यह प्रयास पूर्ण नहीं हो जाता तब तक सभी स्वास्थ्य कर्मी प्रदेश भाजपा कार्यालय के बाहर इसी आशा के साथ डटे रहेंगे कि उन्हें जल्द से जल्द उनकी सेवाओं पर लिया जाए। सरकार जिस तरीके से अपनी नीतियों के चलते संविदा कर्मी, स्वास्थ्य कर्मियों की सेवा समाप्त कर उनको बेरोजगार कर दिया है तो हम सेवा देना नहीं छोड़ेंगे जो हमारा परम धर्म है। लेकिन जब तक हमें पुनः सेवा में नहीं ले लिया जाता हम अनिश्चितकालीन धरना करेंगे और आवश्यकता पड़ने पर भूख हड़ताल व राष्ट्रपति को स्वेच्छा मृत्यु का पत्र भी लिखेंगे। कब तक हम अपने अधिकारों का हनन करवाते रहेंगे, कब तक सरकार मानव अधिकार का दिलासा देकर हमारे अधिकारों का हनन करते रहेगी, हम भी एक मानव हैं व हमारे अंदर भी जीव है। आयुष यूनियन के उपाध्यक्ष डॉ मनोज शर्मा ने बताया कि जो कर्मचारी भीलवाड़ा में कार्यरत है वह प्रदेश के विभिन्न जिलों से वैश्विक महामारी के समय आज यहां पर एकत्रित हुए हैं और इस धरना प्रदर्शन के माध्यम से एक उम्मीद जो आज भी जीवित है कि हमें सरकार को हमारी मांगों को मांगते हुए 161 स्वास्थ्य कर्मियों को पुनः सेवा में लेगी। इस धरना प्रदर्शन में डॉक्टर मांगीलाल विश्नोई, डॉ लक्ष्मण सिंह भाटी, डॉ उपेंद्र, डॉ देवी लाल विश्नोई, गोपाल लाल, सुमित सेन, नवीन सेन, मनीष शेखावत, प्रियंका सिंह, डॉ रजनी डाबी सहित अन्य कर्मचारियों ने भाग लिया।