परिवहन निगम को पिंक बसों के लिए 17 महिला चालक मिल गई हैं। इनकी ड्राइविंग ट्रेनिंग मार्च के प्रथम हफ्ते से शुरू हो जाएगी। कानपुर स्थित कार्यशाला में महिलाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। पहले इन्हेंं एलएमवी चलाया जाना सिखाया जाएगा।
इसके बाद उन्हें रोडवेज बस चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। समस्त औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। अरसे से पिंक बसों के लिए महिला चालकों की तलाश रहे रोडवेज प्रबंधन के लिए पूरी कर ली है। कौशल विकास मिशन और रोडवेज प्रबंधन के समग्र प्रयास से 17 महिला चालकों की सूची को अंतिम रूप दिए जाने के बाद उनके प्रशिक्षण की तैयारियां शुरू हो गई हैं। पूरे प्रशिक्षण की समयावधि सालभर की होगी।
पहले एलएमवी चलाने के लिए उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। उसके बाद बसों की कमान महिला चालकों को धीरे-धीरे दी जाएगी। प्रशिक्षित होने के बाद पहले उन्हें निगम की कार्यशालाओं में गाडिय़ों की शिफ्टिंग यानी डक ड्यूटी में लगाया जाएगा। पूरी तरह प्रशिक्षित होने के बाद उन्हेंं पहले सहवर्ती चालक के रूप में छोटे रूटों पर उन्हें चलाया जाएगा।
उसके बाद अन्य रूटों पर बसों का संचालन कराया जाएगा। पूरी तरह दक्ष हो जाने के बाद उन्हें रोडवेज पिंक बसों की कमान सौंपी जाएगी। रोडवेज कार्यशालाओं में उनका हाथ साफ होने के बाद इनकी दक्षता का परीक्षण किया जाएगा। पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद परिवहन निगम प्रशासन इनके ड्राइविंग लाइसेंस बनवाएगा, जिससे इन्हेंं डीएल के लिए न भटकना पड़े। एक प्रोफेशनल चालक की तरह इनके हाथों में बसों की स्टेयरिंग होगी।