दिल्ली के मुख्यमंत्री सत्येंद्र जैन ने स्पष्ट किया है कि राष्ट्रीय राजधानी में अब लॉकडाउन नहीं लगेगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में फिर से लॉकडाउन लगाने की जरूरत ही नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ व्यस्त इलाकों में स्थानीय स्तर पर पाबंदियां लगाई जाएंगी। जैन ने बताया कि ज्यादा-से-ज्यादा कोविड टेस्ट हो रहे हैं और आगे इनकी संख्या और बढ़ाई जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘छठ पूजा में बड़ै पैमाने पर भीड़-भाड़ होगी जिससे वायरस आसानी से एक-दूसरे में फैल सकता है। इसलिए पाबंदियां लगाने की जरूरत है।’
सीएम ने केंद्र से मांगी थी लॉकडाउन लगाने की अनुमति
दरअसल, दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को केन्द्र सरकार से उन बाजार क्षेत्रों में लॉकडाउन लगाने का अधिकार मांगा जो कि कोविड-19 के ‘हॉटस्पॉट’ बन सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम केन्द्र सरकार को दिल्ली सरकार को बाजार क्षेत्रों में लॉकडाउन लगाने की शक्ति देने के लिए एक प्रस्ताव भेज रहे हैं, जो कि कोविड-19 के हॉटस्पॉट बन सकते हैं।’
उन्होंने कहा कि दीपावली उत्सव के दौरान देखा गया कि अनेक लोगों ने मास्क नहीं पहन रखा था और वे उचित दूरी के नियम का पालन नहीं कर रहे थे जिसकी वजह से कोरोना वायरस बहुत अधिक फैल गया। इससे पहले दिन में दिल्ली सरकार ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में ‘लोकल लॉकडाउन’ शब्द का इस्तेमाल किया था लेकिन बाद में इसे संशोधित कर ‘बंद’ कर दिया गया।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार, केन्द्र और सभी एजेंसियां राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दोगुना प्रयास कर रहे हैं। इस बीच, अथॉरिटीज ने अस्पतालों में आईसीयू बेड बढ़ाने, जांच की क्षमता बढ़ाकर एक से 1.2 लाख करने और ज्यादा जोखिम वाले स्थानों पर निगरानी टीमों की तैनाती समेत अन्य रणनीति तैयार की है।