राजकीय बाल शिशु गृह (State Children Home) के अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि तीनों बच्चे प्री मैच्योर थे, अचानक मौसम बदला तो ठंड से उनकी तबियत खराब हो गई.
ताजनगरी आगरा (Agra) के राजकीय बाल गृह (State Children Home) में तीन बच्चों की मौत से हड़कंप मच गया है. बालगृह प्रबंधन इस मामले को सप्ताहभर से दबाए हुए था. शनिवार को इस मामले का खुलासा हुआ तो प्रशासन में हड़कंप मच गया. 24-25 अक्तूबर को चार माह की बच्ची सुनीता ने बालगृह से अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया, जबकि तीन माह की नवजात प्रभा भर्ती होने के 24 घंटे और दो माह की अवनी की भर्ती होने के चार घंटे बाद जान चली गई. 48 घंटे की अवधि में तीन बच्चों की मौत का मामला दब गया था. लेकिन एक सामाजिक संस्था को भनक लगते ही उसने डीएम से शिकायत कर दी. डीएम ने मामले की जांच सीडीओ को सौंप दी. अब सीडीओ ने मामले की जांच शुरू कर दी है. महज 48 घंटे के अंदर तीन शिशुओं की मौत से बालगृह में मासूमों की देखभाल और पोषण पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं.
धनौली-जगनेर रोड स्थित राजकीय बाल गृह में एक महीने पहले 18 सितंबर को निरीक्षण समिति के अध्यक्ष और अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सर्वजीत कुमार सिंह ने जिला प्रोबेशन अधिकारी (DPO) को निरीक्षण के बाद रिपोर्ट भेजी थी, जिसमें बच्चों के पोषण पर सवाल उठाए गए थे. निरीक्षण के 36 दिन बाद ही दो दिन के अंदर तीन बच्चों की मौत हो गई। बालगृह के अधीक्षक विकास कुमार का कहना है कि बच्चे प्री-मैच्योर थे और अचानक मौसम बदलने, ठंड आने से उनकी तबियत खराब हो गई थी.