आगरा डीएम प्रभु एन सिंह ने सर्वाधिक वायु प्रदूषण वाले 25 स्थानों पर 48 घंटे में धूल नियंत्रण न होने पर कार्रवाई का जो अल्टीमेटम दिया, उसका 72 घंटे में भी असर नहीं हुआ।
रविवार को हाईवे से लेकर एमजी रोड तक पर धूल के गुबार उड़ते रहे। हाईवे पर तो एक बार भी पानी का छिड़काव नहीं किया गया। अन्य जगहों पर एक बार पानी छिड़क कर फोटो खिंचवाए गए, इसके बाद भी धूल पर नियंत्रण नहीं हुआ।
डीएम प्रभु एन सिंह ने गुरुवार को कलक्ट्रेट में एडीए, नगर निगम, एनएचएआई, जल निगम, सेतु निगम के कार्य वाले 25 कार्य स्थलों की सूची जारी की थी। इनमें सबसे ज्यादा नौ स्थल एनएचएआई और सात स्थल जल निगम और विश्व बैंक इकाई के थे। ऐसे 25 स्थानों की सूची प्रदूषण बोर्ड और नोडल अधिकारियों को सौंपी और यहां 48 घंटे में धूल नियंत्रण व प्रदूषण की प्रभावी रोकथाम नहीं होने पर विभागों व कार्यदायी संस्थाओं के सरकारी बैंक खातों से जुर्माना राशि काटने के आदेश दिए थे।
रविवार दोपहर दो बजे शाहदरा फ्लाइओवर पर धूल के गुबार उड़ रहे थे। लोग इनके बीच से होकर गुजर रहे थे। लोगों ने बताया कि पानी का छिड़काव नहीं किया गया। सुबह टैंकर आया जरूर था, लेकिन छिड़काव नहीं किया।
खोदाई से दिनभर निकली धूल
बोदला-लोहामंडी रोड पर जगदीशपुरा के पास गहरी सीवर लाइन की खोदाई के दौरान हरा जालीदार कपड़ा बांधा गया लेकिन इससे धूल नहीं रुकी। देवीराम रेस्टोरेंट के सामने अन्ना आईकॉन के पास भी सीवर कार्य के लिए हो रही खोदाई के दौरान धूल उड़ती रही।
बोदला-बिचपुरी रोड, पश्चिमपुरी रोड पर सुबह पानी का छिड़काव हुआ, इसके आधे घंटे बाद ही धूल उड़ने लगी। फतेहाबाद रोड के अलावा इनर रिंग रोड फेज-वन में भी धूल नियंत्रण के इंतजाम मिट्टी चाटते नजर आए।
डीएम का अल्टीमेटम : धूल न रुकी तो जुर्माना होगा
अगर 48 घंटे के भीतर (शनिवार तक ) धूल नियंत्रण नहीं किया गया तो संबंधित महकमों पर जुर्माना लगाकर खाते से इसकी रकम काट ली जाएगी। जुर्माने का आकलन प्रदूषण नियंत्रण विभाग करेगा।