भारतीय सेना ने लद्दाख के चुमार-डेमचोक इलाके में चीन के एक सैनिक को पकड़ा है। सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को बताया कि वह गलती से भारतीय सीमा में दाखिल हो गया होगा। इस सैनिक को तय प्रोटोकॉल के तहत चीन की आर्मी को वापस सौंपा जाएगा।
13 अहम चोटियों पर भारत का कब्जा, सर्दियों में भी वहां डटे रहने की तैयारी
लगातार तनाव के बीच भारतीय सेना ने सर्दियों में लद्दाख के ऊंचाई वाले इलाकों में डटे रहने की तैयारियां कर ली हैं। भारत ने ऊंचाई वाले इलाकों लिए वॉरफेयर किट और विंटर क्लोथ अमेरिका से खरीदे हैं।
भारतीय सैनिकों का लद्दाख के पैंगॉन्ग लेक के दक्षिण में 13 अहम चोटियों पर कब्जा है, जहां वे माइनस 25 डिग्री सेल्सियस टेम्परेचर में पूरी मुस्तैदी के साथ डटे हुए हैं। सीमा विवाद हल करने के लिए चुशुल में 12 अक्टूबर को कोर कमांडर स्तर की मीटिंग करीब 11 घंटे चली, लेकिन पहले की बैठकों की तरह ही इसमें भी कोई पुख्ता रास्ता नहीं निकल पाया।
लद्दाख में एलएसी पर चीन के 60 हजार सैनिक- अमेरिका
अमेरिका ने पिछले हफ्ते कहा था कि चीन ने लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर 60,000 सैनिक तैनात किए हैं। यह जानकारी कुछ दिन पहले क्वाड नेशंस की बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने दी थी।
भारत और चीन के बीच लद्दाख में 5 महीने से विवाद
- 5 मई को पूर्वी लद्दाख में 200 सैनिक आमने-सामने आ गए थे ।
- 9 मई को उत्तरी सिक्किम में 150 सैनिक भिड़े थे।
- 9 मई को लद्दाख में चीन ने LAC पर हेलिकॉप्टर भेजे।
- भारत-चीन के बीच 15 जून को गलवान में हुई झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। चीन के भी 40 सैनिक मारे गए, लेकिन उसने यह कबूला नहीं।