उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना काल में छात्रों की सुविधा के लिए सभी राज्य विश्वविद्यालयों, निजी विश्वविद्यालयों, डीम्ड विश्वविद्यालयों और कालेजों को राष्ट्रीय सूचना केंद्र पर ई-कंटेट अपलोड करने के लिए निर्देशित किया था। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय पूरे राज्य में ई-कंटेट अपलोड करने में शीर्ष स्थान पर रहा है। कुलपति प्रो. अशोक मित्तल ने बताया कि प्रदेश सरकार ने इस कार्य के लिए सितंबर और अक्टूबर माह को विद्यादान माह के रूप में मनाए जाने का निर्णय लिया था। इस अवधि में जो ई-पाठ्य सामग्री तैयार हो रही है उसे प्रदेश सरकार द्वारा बनाई गई डिजिटल लाइब्रेरी पर अपलोड किया गया। प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को एक सूची जारी की है जिसमें विश्वविद्यालयों के नाम और उनके द्वारा अपलोड की जाने वाली पाठ्य सामग्री की संख्या लिखी हुई है। इस सूची के अनुसार आंबेडकर विश्वविद्यालय ने इस समय तक 5071 पाठ्य सामग्री अपलोड की हैं और प्रदेश में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है।कुलपति और कुलसचिव डा. अंजनी कुमार मिश्र ने ई-पाठ्य सामग्री अपलोड करने वाली विश्वविद्यालय की टीम को बधाई दी है। प्रो. मोहम्मद अरशद ई-कंटेंट अपलोडिंग समन्वयक और प्रो. मनोज उपाध्याय नोडल अधिकारी के रूप में कार्य कर रहे हैं।इस काम में डा. केसरवानी और डा. जयप्रकाश का सहयोग रहा है।
कॉलेज में प्रवेश को जारी हुइ गाइडलाइन
शासन ने 15 अक्टूबर से पीएचडी और परास्नातक पाठ्यक्रमों में तकनीकी विषय वाले छात्रों के लिए कालेज खोलने के निर्देश दिए थे, साथ ही गाइडलाइंस की एक लंबी लिस्ट भी कालेजों को भेजी गई थी। इन गाइडलाइंस का पालन करने के लिए कालेज तैयारी कर रहे हैं। एक नवंबर से ही संभवत: छात्रों का कालेजों में प्रवेश मुमकिन हो पाएगा।वर्तमान में कालेजों में प्रवेश प्रक्रिया के साथ ही बीएड द्वितीय की परीक्षाएं भी चल रही हैं। एेसे में छात्रों के लिए संसाधन जुटाना कालेजों के लिए थोड़ा मुशि्कल होगा।