आयुर्वेद में शरीर के तीन मुख्य तत्व माने गए हैं. ये तीन तत्व हैं वात, पित्त और कफ. जब भी इनका बैलेंस बिगड़ता है, तो रोग होने लगते हैं. लेकिन इस असंतुलन को ठीक करने के लिए भी आयुर्वेद ने नुस्खे मौजूद हैं. तो चलिए जानते हैं डाइट से जुड़े आयुर्वेद के वो नुस्खे जो आपको स्वस्थ बनाए रखने में करेंगे मदद।
अगर आप इस बात से परेशान हैं कि आपका लाइफस्टाइल ठीक नहीं है, आप व्यायाम नहीं कर पा रहे हैं और न ही कुछ ऐसा जो आपको सेहतमंद बनाने में मदद करे. आपकी जीवनशैली और काम की व्यस्तता आपको जिम तक जाने का समय नहीं देती, तो चिंता को त्याग दें. आप बहुत ही रोजमर्रा के जीवन में या अपने आहार में छोटे-छोटे बदलाव कर अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं. तो अगर आप अपनी सेहत को अच्छा बनाना चाहते हैं और स्वस्थ महसूस करना चाहते हैं तो चलिए हम बताते हैं आपके खाने से जुड़े कुछ आयुर्वेदिक टिप्स।
आयुर्वेद में शरीर के तीन मुख्य तत्व माने गए हैं. ये तीन तत्व हैं वात, पित्त और कफ. जब भी इनका बैलेंस बिगड़ता है, तो रोग होने लगते हैं. लेकिन इस असंतुलन को ठीक करने के लिए भी आयुर्वेद ने नुस्खे मौजूद हैं. तो चलिए जानते हैं डाइट से जुड़े आयुर्वेद के वो नुस्खे जो आपको स्वस्थ बनाए रखने में करेंगे मदद ।
आहार से जुड़े आयुर्वेदिक टिप्स (Top 5 Ayurvedic Eating Tips)
1. आयुर्वेद के अनुसार मीठा कम खाना चाहिए. खासकर रिफाइंड चीनी. आप मीठे के विकल्प के तौर पर शहद या गुड़ का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह आपको मधुमेह जैसे रोगों से बचा सकता है.
2. अगर आप सब्जियों को पूरी तरह या ज्यादा गला कर खाते हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि आप उसे बहुत ज्यादा न पकाएं. ऐसा करने से उनके पोषक तत्व कम होते हैं. लेकिन अगर आप उनको कच्चा छोड़ देंगे तो ये आपकी सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकती हैं. इसलिए खाना बनाते समय इस बात का ध्यान रखें कि आप सब्जियों को न तो ज्यादा पकाएं न ही उन्हें कच्चा छोड़ें.
3. सर्दियों का मौसम है और इस मौसम में सर्दी-जुकाम की समस्या बढ़ जाती है. जो खांसी या सर्दी होने पर आप कई घरेलू नुस्खे अपना सकते हैं. आम सर्दियों के मौसम में अदरक को तवे पर भून कर खा सकते है. अच्छी तरह भून कर ठंडा होने दें और इसके बाद सेंधा नमक लगाकर खाएं. यह सर्द मौसम में शरीर को गर्मी दिलाएगा.
4. जैसा कि हम कई बार बता चुके हैं गेंहूं में फाइबर होता है. लेकिन इसका ज्यादातर फाइबर ब्राउन वाले भाग में होता है. तो आप जब भी आटा इस्तेमाल करें इस बात का ध्यान रखें कि इसे बिना छाने इस्तेमाल करें. चोकर वाला आटा सेहत के लिए अच्छा माना जाता है.
5. ठंडा खाना खाने से बचें. यह आपके पाचन को प्रभावित कर सकता है. इसके साथ ही इस बात का ध्यान भी रखें कि पूरा पेट भर कर कभी न खाएं. आयुर्वेद के अनुसार भरपेट न खाने से भोजन आसानी से पचता है.